रविवार को ज़िम्बाब्वे और पाकिस्तान के बीच जारी एकदिवसीय सीरीज का अंतिम मैच खेला गया। इस मैच में इमाम उल हक के शतक के अलावा हसन अली के साथ हुए एक वाकये ने भी सबका ध्यान आकर्षित किया।
तेज गेंदबाज हसन अली विकेट लेने के बाद अपने जश्न मनाने के अंदाज़ के लिए मशहूर हैं। इस मैच में भी एक शानदार गेंद पर मसाकाद्जा को बोल्ड करने के बाद अली ने जश्न मनाने के लिए अपने हाथ उठाए लेकिन फिर गर्दन में लगी मोच के बारे में सोचते हुए शांत हो गए। इसके बाद उन्होंने पास खड़े साथी खिलाड़ी शादाब खान को बुलाया और उनको अपना जश्न मनाने का पारंपरिक स्टाइल दोहराने का इशारा किया। शादाब ने अली की बात मानते हुए ठीक उसी तरह से किया जैसा अली करते हैं। इस तरह मसाकाद्जा को बोल्ड करने के बाद हसन अली की जगह शादाब ने उन्हीं के स्टाइल में विकेट लेने का जश्न मनाया।
दरअसल हसन अली के बदले शादाब द्वारा जश्न मनाने के पीछे की वजह उनकी गर्दन में लगी चोट है। गौरतलब है कि पाक गेंदबाज विकेट झटकने के बाद कुछ ज्यादा ही जोश में आ जाते हैं। इसी सीरीज में हसन अली जिम्बाब्वे के बल्लेबाज रेयान मरे को बोल्ड करने के बाद जश्न मनाने के दौरान चोटिल हो गए थे। विकेट लेने के बाद उन्होंने इतनी जोर से हाथ को झटका था कि उनकी गर्दन में मोच आ गई थी। बता दें कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने जिम्बाब्वे को वनडे सीरीज में 5-0 से हराकर क्लीन स्वीप किया है। यह इस साल पाक टीम की पहली वनडे सीरीज जीत है। पांच मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में मेहमान टीम ने इमाम उल हक की रिकॉर्ड शतक की बदौलत चार विकेट पर 364 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में पाकिस्तान की धारदार गेंदबाजी के आगे जिम्बाब्वे की टीम 233 रन ही बना सकी। 131 रन से मैच जीतने के साथ ही पाकिस्तान ने सीरीज पर 5-0 से कब्जा जमा लिया।