भारतीय महिला खिलाड़ी शेफाली वर्मा (Shafali Verma) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के बाद कम समय में ही अपना एक नाम बनाया है। उन्हें तूफानी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है और कई बार उनके बल्ले से रन निकले हैं। शेफाली की तुलना वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) या विवियन रिचर्ड्स (Viv Richards) से करने को लेकर उन्होंने कहा कि मैं चाहती हूँ कि मुझे खुद के नाम के लिए जाना जाए।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत में शेफाली ने कहा कि मैं सिर्फ शेफाली वर्मा के रूप में पहचान चाहती हूं। मैं अपने स्टाइल के लिए मशहूर होना चाहती हूं। ऐसा नहीं है कि मैं अन्य खिलाड़ियों के खेल नहीं देखती हूं। मैं उनसे सीखना चाहती हूं लेकिन मैं उनकी नकल नहीं करना चाहती। जैसा कि मैंने कहा, मैं अपने नाम से पहचान चाहती हूं न कि किसी के क्लोन के रूप में। लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि जब मेरी तुलना सहवाग से की जाती है, तो इससे मुझे जबरदस्त आत्मविश्वास मिलता है।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आने के बेहद कम समय में ही शेफाली वर्मा अपने धाकड़ खेल की वजह से चर्चित हो गई हैं। भारत के लिए अब तक उन्होंने एक टेस्ट, तीन एकदिवसीय और 25 टी20 मुकाबले खेले हैं। टेस्ट में उनके नाम 159 रन हैं, जबकि वनडे में 78 और टी20 क्रिकेट में 665 रन है। ये आंकड़े प्रभावित करने वाले हैं लेकिन शेफाली वर्मा इनमें आने वाले समय में और सुधार करने का प्रयास निश्चित रूप से करना चाहेंगी। हर कोई ऐसा करना चाहता है।
शेफाली वर्मा को अंतिम बाफ द हंड्रेड में बर्मिंघम फोनेक्स के लिए खेलते हुए देखा गया था। इस दौरान उन्होंने 8 मुकाबलों में 171 रन बनाए हैं। शेफाली के इन रनों में स्ट्राइक रेट 140 का रहा है। द हंड्रेड में खेलने से पहले वह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और सीमित ओवर क्रिकेट के लिए टीम इंडिया के साथ थीं। डेब्यू टेस्ट में ही उन्होंने धमाकेदार खेल का प्रदर्शन करते हुए दोनों पारियों में अर्धशतक जमाया। इस खेल के बाद उनके खेल के स्तर को लेकर कई चर्चाएँ हुई।