Shafali Verma father suffered heart attack before she was dropped: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विस्फोटक ओपनर बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने एक बड़ा खुलासा किया है। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले शेफाली को टीम से ड्रॉप कर दिया गया था और उन्होंने यह खबर लंबे समय तक अपने पिता से छिपाकर रखी। इसके पीछे का कारण यह था कि उन्हें टीम से ड्रॉप किए जाने के ठीक दो दिन पहले उनके पिता को दिल का दौरा पड़ा था और वह अस्पताल में भर्ती थे। शेफाली और उनका परिवार बिल्कुल नहीं चाहता था कि उनके टीम से ड्रॉप किए जाने की खबर सुनकर उनकी सेहत में किसी भी तरह से और परेशानी बढ़े।
हालांकि, अब इस बारे में बताते हुए शेफाली अपने आंसू नहीं रोक पाई। घरेलू क्रिकेट खेल रही शेफाली ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ इंटरव्यू के दौरान बताया कि उनके पिता ने अस्पताल से वापस आने के बाद अधिक दिन आराम भी नहीं किया और उन्हें लेकर फिर से प्रैक्टिस के लिए निकल पड़े। शेफाली के पहले कोच भी उनके पिता ही रहे हैं जिन्होंने बचपन से ही उन्हें काफी कुछ सिखाया है।
शेफाली ने कहा, "टीम से ड्रॉप किए जाने के दो दिन पहले मेरे पिता को दिल का दौरा पड़ा था और इसी वजह से मैं इस खबर को उन्हें बताना नहीं चाहती थी। इससे उबरना आसान नहीं था। जब तक वह अच्छे नहीं हुए तब तक मैंने उनसे यह खबर छिपाकर रखी। मैंने उन्हें एक हफ्ते के बाद यह बताया था।"
घरेलू क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर रही हैं शेफाली वर्मा
लगातार खराब प्रदर्शन के बाद टीम से बाहर किए जाने के बाद शेफाली ने जमकर अभ्यास किया और इसका परिणाम उन्हें घरेलू क्रिकेट में देखने को भी मिल रहा है। टीम से ड्रॉप किए जाने के बाद से शेफाली ने अब तक दो घरेलू टूर्नामेंट खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 12 मैच खेलते हुए 900 से अधिक रन बनाए हैं।
इस दौरान उनके बल्ले से तीन शतक और पांच अर्धशतक निकले हैं और उनका स्ट्राइक रेट 150 के करीब का रहा है। शेफाली के गेम में स्ट्राइक रोटेट नहीं कर पाना एक सबसे बड़ी कमी के रूप में देखा जाता था और उन्होंने इस पर भी खूब काम किया है। इसके साथ ही शेफाली ने अपनी फिटनेस पर भी काफी ध्यान दिया है।