कश्मीर प्रीमियर लीग को लेकर हर्शल गिब्स के बयान के बाद पाकिस्तान से भी प्रतिक्रियाएं आ रही है। पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) ने भी बीसीसीआई पर निशाना साधा है। शाहिद अफरीदी ने हर्शल गिब्स के आरोपों के बाद कहा कि बीसीसीआई क्रिकेट और राजनीति को मिक्स कर रही है।
हर्शल गिब्स के ट्वीट को कोट करते हुए अफरीदी ने लिखा कि वाकई निराशाजनक है कि बीसीसीआई एक बार फिर क्रिकेट और राजनीति को मिला रहा है। केपीएल कश्मीर, पाकिस्तान और दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक लीग है। हम एक शानदार शो पेश करेंगे और इस तरह के व्यवहार से विचलित नहीं होंगे।
पीसीबी ने कई आईसीसी सदस्यों को बुलाए जाने और केपीएल से अपने सेवानिवृत्त क्रिकेटरों को वापस लेने के लिए मजबूर करने की खबरों पर नाराजगी व्यक्त की। पीसीबी ने कहा कि बीसीसीआई एक आईसीसी पूर्व सदस्य के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप कर रहा है। हालांकि पीसीबी ने हर्शल गिब्स के आरोपों पर कुछ नहीं कहा।
पीसीबी ने कहा कि उसका मानना है कि बीसीसीआई ने आईसीसी सदस्यों के आंतरिक मामलों में दखल देकर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और जेंटलमैन गेम की भावना का उल्लंघन किया है क्योंकि केपीएल को पीसीबी ने मंजूरी दे दी है।
पीसीबी के बयान के बाद बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि मैच फिक्सिंग में सीबीआई जांच का सामना करने वाले एक पूर्व क्रिकेटर के आरोपों पर पीसीबी कुछ नहीं कह रही है। वह हां भी नहीं बोल रही और आरोपों को नकार भी नहीं रही, पीसीबी भ्रमित है। इसके अलावा बोर्ड अधिकारी ने कहा कि कश्मीर में क्रिकेट लीग को अनुमति देने का अधिकार पीसीबी के पास नहीं है। वे चाहे तो आईसीसी में शिकायत कर सकते हैं। संन्यास लिए हुए खिलाड़ी जिस लीग में खेलते हैं, वह आधिकारिक नहीं हो सकती।
बीसीसीआई के अधिकारी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से कहा कि अगर गिब्स को रोकने का प्रयास भी किया है, तो अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाला काम किया जाएगा। भारत में होने वाले किसी भी टूर्नामेंट का अधिकार हमारे पास है। अपने अधिकारों के अंदर रहते हुए हम कोई भी काम कर सकते हैं।