भारत और पाकिस्तान के बीच हुए किसी भी क्रिकेट मैच को भुला पाना मुश्किल होता है। जहां फैंस इन दोनों के बीच मैच का बेसबरी से इंतज़ार करते हैं। वहीँ भारत-पाकिस्तान के बीच खासकर हर मैच के दौरान कुछ न कुछ विवाद प्रकाश में आते रहे हैं।
कुछ ऐसा ही 10 साल पहले भारत और पाकिस्तान के बीच कानपुर में हुए मुकाबले में देखा गया था। जहां गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच मैदान में तकरार देखने को मिली थी। इसी विवाद को लेकर शाहिद अफरीदी ने हाल ही में माना है कि वह गौतम गंभीर के अच्छे दोस्त कभी नहीं हो सकते, क्योंकि गौतम गंभीर अभी भी उनसे नाराज़ हैं। जबकि शाहिद अफरीदी इस विवाद से पहले ही बाहर निकल चुके हैं।
शाहिद अफरीदी ने हाल ही में कहा "हम कभी भी एक साथ बैठे हुए दिखाई नहीं दे सकते, कुछ साल पहले हम दोनों के बीच मैदान पर ज़ोरदार भिडंत हुई थी, वह मेरे अच्छे दोस्त नहीं हो सकते।" आपको बता दें कि 2007 में कानपुर में खेले गए भारत-पाकिस्तान मुकाबले में गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच विवाद देखने को मिला था। जहां गंभीर एक रन लेते हुए, शाहिद अफरीदी से टकरा गये थे। वही ये दोनों एक दूसरे से भिड़ं गए थे, जिसके बाद अम्पायर ने दोनों को अलग कर मामले को शांत किया था। 2007 में अफरीदी पाकिस्तान के लिए अहम ख़िलाड़ी थे तो गंभीर भारत में अपनी जगह बनाने में लगे हुए थे। आईसीसी की तरफ से कॉलम में लिखते हुए अफरीदी ने कहा "हमारे बीच अभद्र शब्दों से बातचीत हुई थी और वह उन दिनों की सुर्खियाँ बन गयी थी। फिर भी हम इस विवाद को पीछे रखते हुए आगे बढ़ गये थे। यह सब खेल का एक हिस्सा होता है।" शाहिद अफरीदी के इन बयानों को लेकर गंभीर का जवाब आना अभी थोडा मुश्किल होगा क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाज गंभीर आईपीएल में केकेआर की कप्तानी में व्यस्त हैं और लगातार अपने प्रदर्शन पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। इस विवाद को तक़रीबन 10 साल हो गये हैं, साथ ही दोनों खिलाडियों का क्रिकेट सफ़र भी बदल चुका है। जहां एक तरफ शाहिद अफरीदी खेल को अलविदा कह चुके हैं, वहीँ गंभीर मौजूदा आईपीएल संस्करण में अपने शानदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं।