चेन्नई सुपरकिंग्स के बेहतरीन ओपनर बल्लेबाज शेन वॉटसन ने महेंद्र सिंह धोनी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने 2018 आईपीएल के फाइनल में खेली गई पारी का भी जिक्र किया। दोनों (धोनी-फ्लेमिंग) को धन्यवाद देते हुए वॉटसन ने कहा कि रन नहीं बना पाने के बाद भी उन्होंने मुझे अंतिम ग्यारह में बनाए रखा और मुझ पर भरोसा जताया। मुझे ऐसा लगा कि अब टीम से बाहर कर दिया जाऊंगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
चेन्नई सुपरकिंग्स के इन्स्टाग्राम लाइव पर वॉटसन ने कहा कि मुझे लग रहा था कि मैं खेल अच्छा रहा हूँ लेकिन रन नहीं बन रहे थे। इसके बाद भी मैं टीम में था। दस मैच में रन नहीं बनने के बावजूद मुझे टीम का हिस्सा बनाकर रखा गया। एक समय मुझे लगा कि अब मुझे टीम से बाहर किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं किया गया। एमएस धोनी और स्टीफन फ्लेमिंग का मैं शुक्रिया करना चाहूँगा क्योंकि उन्होंने मुझे बार-बार मौका दिया।
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गौरतलब है कि 2018 के आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलते हुए वॉटसन ने तूफानी शतक लगाकर टीम को चैम्पियंस बनाया था। पिछले सीजन मुंबई इंडियंस के खिलाफ भी फाइनल में उन्होंने 80 रन की पारी खेली थी लेकिन चैम्पियन मुंबई की टीम बनी थी। वॉटसन ने 2018 आईपीएल के फाइनल में खेली पारी को याद कर कहा कि लीडरशिप में ताकत होती है और इस पारी से मेरा कद और बड़ा हो गया।
इस समय कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट सहित तमाम खेल आयोजन रुके हुए हैं। आईपीएल भी स्थगित है और इसके बारे में आगे की कोई सूचना नहीं है। सभी खिलाड़ी अपने घरों में बैठकर लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। शेन वॉटसन भी ऑस्ट्रेलिया में यही कर रहे हैं। खिलाड़ी सोशल मीडिया पर ख़ासा सक्रिय नजर आ रहे हैं और दर्शकों से जुड़े हुए हैं।