Jasprit Bumrah replacement Champions Trophy: भारतीय क्रिकेट टीम में चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। जसप्रीत बुमराह चोट के चलते पूरी तरह फिट नहीं हो पाए और टूर्नामेंट से बाहर हो गए। इसके साथ ही यशस्वी जायसवाल को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और अब वह रिजर्व का हिस्सा हैं। मुख्य टीम की बात करें तो इसमें हर्षित राणा और वरुण चक्रवर्ती की एंट्री हुई है। हर्षित ने टीम में बुमराह की जगह ली है, लेकिन उनकी बजाय कुछ अन्य गेंदबाज मौका पाने के हकदार थे। इसी कड़ी में एक नजर डालेंगे उन तीन तेज गेंदबाजों पर जिन्हें बुमराह के रिप्लेसमेंट के तौर पर टीम में चुना जाना चाहिए था।
#3 प्रसिद्ध कृष्णा
70 से अधिक लिस्ट ए मुकाबले खेल चुके प्रसिद्ध कृष्णा लगातार भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करने की कोशिश कर रहे हैं। कृष्णा के पास काफी अधिक गति है और शार्ट पिच गेंद का वह काफी बेहतरीन इस्तेमाल करना जानते हैं। कृष्णा को भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण का भविष्य माना जा रहा है, लेकिन उन्हें टीम में निरंतर मौके नहीं मिल पा रहे हैं। पिछले कुछ समय में उनका प्रदर्शन इतना अच्छा रहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी में रिप्लेसमेंट के तौर पर उनके नाम पर विचार किया जा सकता था।
#2 मोहम्मद सिराज
भले ही मोहम्मद सिराज को नई गेंद के अलावा प्रभावशाली गेंदबाजी नहीं कर पाने का कारण देकर टीम से बाहर किया गया है, लेकिन आज भी इस फॉर्मेट में वह एक बेहतरीन गेंदबाज हैं। पिछले कुछ सालों में सिराज ने वनडे क्रिकेट में जिस तरह से विकेट चटकाए हैं वैसा दुनिया का कोई और गेंदबाज नहीं कर सका है।
ऐसा लगता है कि टेस्ट में खराब प्रदर्शन का खामियाजा सिराज को वनडे में भुगतना पड़ा है। हालांकि, दोनों फॉर्मेट के प्रदर्शन को मिलाया नहीं जाना चाहिए था। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के मामले में टीम मैनेजमेंट ने यही किया और उनके टेस्ट प्रदर्शन को इग्नोर करते हुए वनडे में उनके ऊपर भरोसा जताया। अब रोहित ने शतक लगाकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं, लेकिन सिराज पर वह भरोसा नहीं जताया गया।
#1 शार्दुल ठाकुर
घरेलू क्रिकेट में कहर बरपा रहे ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर एक बहुत बेहतरीन विकल्प बन सकते थे। शार्दुल मुंबई के लिए तीनों फॉर्मेट में गेंद और बल्ले दोनों से ही कमाल कर रहे हैं। शार्दुल को टीम में लाने का एक फायदा यह होता कि निचलेक्रम में भारत की बल्लेबाजी लंबी हो जाती। इसके साथ ही शार्दुल की गेंदबाजी से भी टीम को अच्छा लाभ मिलता। शार्दुल नई और पुरानी दोनों ही गेंद से गेंदबाजी कर सकते हैं और उनके पास इंटरनेशनल क्रिकेट का अच्छा अनुभव भी है। अहम मौके पर विकेट निकालने के कारण उन्हें गोल्डन आर्म भी कहा जाता है।