‘जब मेरे पास पैसे नहीं थे तो उन्होंने जूते देकर...’ शार्दुल ठाकुर ने मुंबई के दिग्गज गेंदबाज के संन्यास के मौके पर सुनाया भावुक किस्सा

अपना आखिरी मुकाबला खेल रहे हैं धवल कुलकर्णी
अपना आखिरी मुकाबला खेल रहे हैं धवल कुलकर्णी

मुंबई और विदर्भ (Mumbai vs Vidarbha) के बीच रणजी ट्रॉफी 2024 का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है। इस मुकाबले में मुंबई ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। वहीं मुंबई के दिग्गज तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी (Dhawal Kulkarni) अपने करियर का आखिरी मुकाबला खेल रहे हैं। उनके आखिरी मुकाबले के बीच भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर और रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के धमाल मचाने वाले शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने धवल कुलकर्णी को लेकर एक भावुक कर देने वाला किस्सा शेयर किया है।

रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद, शार्दुल ठाकुर ने धवल कुलकर्णी के आखिरी मुकाबले को लेकर कहा, ‘यह उनके और मेरे लिए बहुत भावनात्मक पल है, क्योंकि मैंने उन्हें बचपन से देखा है। उन्होंने कई बार मेरी गेंदबाजी में मदद की है। जब मेरे पास जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे तो उन्होंने मुझे कुछ जोड़ी जूते दिए थे। उन्होंने मेरी बहुत मदद की है।’

वहीं, मुंबई की पहली पारी में बल्ले से शानदार 75 रनों की अर्धशतकीय पारी पर बात करते हुए शार्दुल ने कहा, ‘मुझे मुश्किल परिस्थितियों में खेलना पसंद है। जिस तरह से मैं पालघर से मुंबई तक लोकल ट्रेन में किट बैग लेकर जाता था, जो कि आसान नहीं था। मेरे अनुसार इस संघर्ष ने मुझे मजबूत बनाया। यही कारण है कि जब भी मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ता है और स्थिति चुनौतीपूर्ण होती है, तो कुछ अलग नहीं होता है। जब मैं बड़ा हो रहा था, तो अपने दिमाग का पर्याप्त इस्तेमाल करने लगा था।’

आपको बता दें कि धवल कुलकर्णी की मुंबई टीम के लिए फाइनल में एंट्री मोहित अवस्थी के इंजरी के बाद हुई थी। प्लेइंग-11 में शामिल होकर धवल ने मुंबई के लिए पहली पारी में शानदार गेंदबाजी भी की। उन्होंने पहली पारी में 11 ओवर डाले, इस दौरान सिर्फ 15 रन खर्च करते हुए 3 विकेट अपने नाम किए। धवल भारत के लिए भी 12 वनडे और 2 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने क्रमशः 19 और 3 विकेट झटके।

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