अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद् (आईसीसी) से इस्तीफ़ा देने के कुछ ही दिनों बाद शशांक मनोहर ने इसे रोकने पर सहमति जता दी है। वे आईसीसी के कुछ प्रस्ताव पारित होने तक अध्यक्ष पद संभालते रहेंगे। क्रिकेट गवर्निंग बॉडी ने इस बात की जानकारी शुक्रवार को प्रदान की है। आईसीसी द्वारा जारी मीडिया रिलीज में कहा गया "चेयरमैन शशांक मनोहर ने अपना इस्तीफा रोक दिया है। आईसीसी प्रस्ताव पारित करने वाले बोर्ड के अनुरोध को शशांक ने मान लिया। उन्होंने मनोहर के समर्थन में इस्तीफ़ा वापस लेने या गवर्नेंस और वित्तीय संरचना का पुनः प्रस्ताव होने तक रिजाइन रोकने का निवेदन किया था।" इस सम्बन्ध में शशांक मनोहर ने कहा "मैं डायरेक्टर्स की भावनाओं और विश्वास का सम्मान करता हूं कि उन्होंने मुझमें भरोसा जताया। मेरे व्यक्तिगत कारणों की वजह से लिए गए फैसले में कोई बदलाव नहीं होगा, मैं अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी प्रस्ताव पूर्ण होने तक निभाऊंगा। कुछ बदलाव लाने और आईसीसी के गवर्नेंस का कार्य देखना मेरा कर्तव्य है।" गौरतलब है कि शशांक मनोहर खेल के वित्त और गवर्नेंस सुधारों के मामले में सबसे आगे रहे हैं तथा एक अभिभावक के रूप में इस पर काम किया है। आईसीसी के गवर्निंग बॉडी के कई सदस्यों ने भी इस बात को माना है। अप्रैल में आईसीसी में कुछ बातों पर सुधार का अनुमोदन किया जाना था। बीसीसीसीआई सहित कई क्रिकेट बोर्डों ने बदलावों पर अपना विरोध दर्ज कराया था। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बकायदा एक 11 पन्नों का पत्र लिखकर अपना विरोध दर्ज कराया था। उल्लेखनीय है कि शशांक मनोहर मई 2016 में आईसीसी के अध्यक्ष बने थे। इससे पहले वे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीसीआई) में इसी पद का निर्वहन कर चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने आईसीसी के अध्यक्ष पद से अचानक इस्तीफ़ा दे दिया था। हालांकि इसके पीछे वजह उन्होंने निजी बताई थी। मनोहर के बाद किसे इस पद पर नियुक्त किया जाएगा, इसकी घोषणा अभी तक नहीं हुई है।