दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान शॉन पोलक ने मौजूदा दिग्गज ख़िलाड़ी एबी डीविलियर्स से आग्रह किया है कि वह जल्द से जल्द अपने देश के लिए टेस्ट मैचों में एक बार फिर मैदान पर उतरें। दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज मेजबान इंग्लैंड की गेंदबाजी के सामने बेबस नजर आये हैं। इसीलिए पूर्व दिग्गज कप्तान पोलक का मानना है कि यदि एबी भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले टेस्ट टीम में आते हैं, तो दक्षिण अफ़्रीकी टीम की बल्लेबाजी लाइन-अप को मजबूती मिलेगी।
पूर्व दिग्गज गेंदबाज पोलक ने डीविलियर्स की वापसी को लेकर कहा, "मुझे लगता है कि दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड को जरुर एबी डीविलियर्स से टेस्ट टीम में वापस आने के लिए बातचीत करनी चाहिए क्योंकि आने वाले 6 महीने में दक्षिण अफ्रीका दो बड़ी टेस्ट सीरीज (भारत और ऑस्ट्रेलिया) खेलने जा रहा है साथ ही डीविलियर्स को भी टीम में अपनी मौजूदगी दर्ज करानी चाहिए। दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट बोर्ड का दूसरा कदम टीम के टॉप ऑर्डर को लेकर होना चाहिए। इन्ही दोनों फैसलों पर दक्षिण अफ़्रीकी बोर्ड की निगाहें होनी चाहिए।"
शॉन पोलक ने मौजूदा इंग्लैंड दौरे पर दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी को काफी हद तक सही माना है लेकिन वह बल्लेबाजी से इतना संतुष्ट नहीं उन्हें जितना दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाजी से होना चाहिए था। इसीलिए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के चयनकर्ताओं से आग्रह किया है कि वह जल्द से जल्द डीविलियर्स को टेस्ट टीम में स्थान दें, जिससे टीम में बल्लेबाजी के साथ अनुभव को भी मजबूती मिले। पोलक ने दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर के साथ सलामी जोड़ी के लिए नया चेहरा तलाशने को भी कहा है क्योंकि इंग्लैंड दौरे पर हैनो कुहन ने 14.57 के औसत से रन बनाये हैं। हाशिम अमला, क्विंटन डी कॉक और फाफ डू प्लेसी भी इस दौरे पर अपनी काबिलियत के अनुसार प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं।
33 वर्षीय एबी डीविलियर्स ने चोट के चलते दक्षिण अफ्रीका के लिए जनवरी 2016 से कोई भी अन्तर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच नहीं खेला है। डीविलियर्स ने पिछले कुछ दिनों में यह जाहिर भी किया है कि वह अपना सारा ध्यान आगामी विश्व कप में लगाना चाहते हैं इसीलिए वह टेस्ट क्रिकेट खेलने से बचते नजर आ रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका आगामी दौरों पर भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमों से टेस्ट मुकाबले खेलेगी। एबी डीविलियर्स की मौजूदगी दक्षिण अफ़्रीकी टीम के लिए ख़ास रहती है। उनकी बल्लेबाजी के साथ-साथ उनका अनुभव टीम के लिए फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में उनका टेस्ट टीम वापस आना दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए सही माना जायेगा।