किस्मत हमेशा बहादुरों का साथ देती है ये कथन तो हमने कई बार सुना है पर कभी इसपर ग़ौर नही किया। किस्मत के अलावा एक और सबसे बड़ी चीज़ होती है जो इंसान को कामयाब और मशहूर बनाती है, उसे हम मेहनत कहते हैं। इंसान अगर मेहनत करे तो वो कुछ भी हासिल कर सकता है और नामुमकिन शब्द उसके सामने बेमाने हो जाता है। ऐसा ही कुछ कारनामा कर दिखाया है भारत के युवा बल्लेबाज़ शेल्डन जैक्सन ने। भारतीय क्रिकेट में लोग अक्सर अमोल मजूमदार और एस बद्रीनाथ को उनके शानदार घरेलू प्रदर्शन के लिए याद किया करते हैं। इन खिलाड़ियों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है वो है शेल्डन जैक्सन का। जैक्सन ने जुलाई के शुरुआत में टीएनसीए प्रथम डिवीज़न खेलते हुए साल 2016/17 का पहला तिहरा शतक लगाकर अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। शेल्डन ने ग्लोब ट्रौटर्स सपोर्ट क्लब की तरफ से खेलते हुए यूनाइटेड फ्रेंड्स क्रिकेट क्लब के विरुद्ध शानदार बल्लेबाज़ी की और नाबाद 303 रन बना डाला। सीनियर लेवेल क्रिकेट में इस 29 वर्षीय खिलाड़ी का ये सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। शेल्डन का चुनाव इससे पहले इंडिया-ए के लिए हो चुका है पर उनका प्रदर्शन फीका रहने के कारण उनको अपनी जगह खोनी पड़ी थी। जैक्सन के साथ ही कुछ और भी खिलाड़ी हैं जो आज भारतीय टीम में जगह बनाने में कामयाब हो पाये हैं जिनमें फैज फज़ल, जयंत यादव और करुण नायर जैसे उभरते खिलाड़ी शामिल हैं। आईपीएल 2016 में जैक्सन को कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी टीम में चुना था पर वहां भी उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा। एम एस धोनी के बाद विकेटकीपींग की दौड़ में जैक्सन का भी नाम कहीं ना कहीं चयनकर्ताओं के ज़हन में होगा।