अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस साल आईपीएल में खेलते नजर आएंगे। शिवम मावी को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 3 करोड़ रुपए देकर इस साल टीम में शामिल किया है। हालांकि शिवम मावी का बेस प्राइज महज 20 लाख रुपए था, लेकिन उन पर कई फ्रैंचाइजियों की नजरें गड़ी हुई थीं। काफी जद्दोजहद के बाद कोलकाता की टीम उन्हें खरीदने में कामयाब रही। अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान अपनी गेंदबाजी से सुर्खियां बटोरने वाले शिवम मावी की कहानी बेहद दिलचस्प है। नोएडा सेक्टर-71 में रहने वाले मावी को बचपन से ही गेंदबाजी का शौक था, मावी के कोच फूलचंद्र शर्मा ने उन्हें ट्रेनिंग देने का काम किया। 8 साल की उम्र से ही अपने कोच से ट्रेनिंग लेने वाले मावी बेवजह एक दिन की प्रैक्टिस भी मिस नहीं करते थे , वह अपनी गेंदबाजी में करियर को लेकर काफी सीरियस थे। मगर एक हादसे ने उनके सपनों की बुनियाद हिलाकर रख दी , 2 साल पहले एक ग्राउंड पर हुए हादसे में शिवम को काफी चोट आई थी। इस वजह से वह एक साल तक क्रिकेट नहीं खेल पाए। मावी एक बार करंट लगने से भी जल गए थे। बावजूद इसके गेंदबाजी नहीं छोड़ी एक साल तक क्रिकेट से दूर रहने के बाद मावी अपनी वापसी को लेकर काफी घबरा गए थे। मावी की मां कविता मावी बताती हैं कि ' इस हादसे के बाद ऐसा लगा कि वह अब कभी क्रिकेट नहीं खेल पाएगा, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और ठीक होने के बाद अपने खेल पर जमकर मेहनत की। मावी ने अंडर-19 टूर्नामेंट में अपनी रफ्तार से सभी को हैरत में डाल दिया। फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भले ही वो एक ही विकेट लेने में कामयाब रहे हों, लेकिन लीग के शुरुआती मैचों में उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टूर्नामेंट के पहले ही मैच में तीन विकेट हासिल किए थे।उन्होंने इस टूर्नामेंट में कुल नौ विकेट चटकाए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए 146 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकी। जिसके बाद क्रिकेट के दिग्गजों ने उनकी जमकर तारीफ की, अपनी तेज गेंदबाजी की वजह से शिवम मावी को अब लोगों के बीच ‘नोएडा एक्सप्रेस’ के नाम से विख्यात हो गए हैं। नोएडा के सेक्टर-71 में दो कमरे के छोटे से फ्लैट में रहने वाला मावी का घर इन दिनों जश्न में डूबा हुआ है।