एक घरेलू टूर्नामेंट में अपने बेटे को ही रनआउट करा बैठे शिवनारायण चंद्रपॉल

क्रिकेट के मैदान पर अक्सर ये देखा गया है कि दो बल्लेबाजों के बीच तालमेल न बैठ पाने के कारण इनमें से एक बल्लेबाज को पवेलियन लौट जाना पड़ता है। वेस्टइंडीज में खेले गए सुपर-50 कप के दूसरे सेमीफाइनल मैच में भी कुछ ऐसी ही आपसी तालमेल की कमी देखने को मिली। मैदान पर जोड़ीदार होने के अलावा ये जोड़ी पिता पुत्र की भी है।

दरअसल, वेस्टइंडीज के घरेलू क्रिकेट में शिवनारायण चंद्रपॉल और उनके बेटे तेजनारायण चंद्रपॉल गयाना टीम की तरफ से खेला करते हैं। रीजनल सुपर 50 लिस्ट ए टूर्नामेंट का सेमीफाइनल मैच होने की वजह से इस मैच को कई देशों में प्रसारित किया गया, पहली बार टीवी पर बाप-बेटे की जोड़ी मैदान पर बल्लेबाजी करते नजर आई , लेकिन पारी के पांचवें ओवर में शिवनारायण के एक शॉट पर तेजनारायण रन आउट हो गए। गेंद तेजी से सामने की ओर जा रही थी कि तभी गेंदबाज का पांव गेंद से छू गया और गेंद जाकर सीधा विकेट से टकरा गई। जिसके चलते विकेटों के बीच दौड़ रहे तेजनारायण को रन आउट करार दिया गया। विंडवर्ड के खिलाफ खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में गयाना को जीत के लिए 287 रनों की जरूरत थी। मात्र 20 रन के स्कोर पर ही टीम का तेजनारायण के रूप में दूसरा विकेट गिरा।

आउट होने से पहले तेजनारायण ने 12 गेंदों में 12 रनों की पारी खेली थी। क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पिता के शॉट खेलने पर बेटा रन आउट हुआ हो। हालांकि, तेजनारायण को इस तरह आउट होता देख पिता शिवनारायण भी निराश दिखे। लगभग तीन साल पहले 2015 में भी इन दोनों पिता-पुत्र की जोड़ी पहली बार सामने आई थी। उस दौरान दोनों ने गांधी यूथ ऑर्गनाइजेशन की ओर से खेलते हुए ट्रांसपोर्ट स्पोर्ट्स क्लब के खिलाफ 40 ओवरों के एक मैच में 256 रनों की साझेदारी की थी। 287 रनों का पीछा करने उतरी गयाना की शुरुआत खराब रही और सलामी बल्लेबाज सी हेमराज केवल चार रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद बल्लेबाजी करने आए तेजनारायण भी केवल 12 रन लौट गए। विकेट गिरने का क्रम बदस्तूर जारी रहा और गुयान की पूरी टीम 44.2 ओवर में 231 रन पर ऑल आउट हो गई।