पाकिस्तान के अनुभवी बल्लेबाज शोएब मलिक ने क्रिकेट से निकट भविष्य में संन्यास के दावों पर विराम लगा दिया है। 35 वर्षीय मलिक का लक्ष्य इंग्लैंड में होने वाले 2019 वन-डे विश्व कप और ऑस्ट्रेलिया में होने वाले 2020 टी20 वर्ल्ड कप तक खेलना है। डीएनए ने मलिक के हवाले से कहा, 'अगर मेरा फॉर्म ख़राब नहीं हुआ और मैं मौजूदा फॉर्म के स्तर को बरक़रार रख पाया तो फिर 50 ओवर के विश्व कप और फिर वर्ल्ड टी20 के बाद संन्यास की घोषणा करूंगा।' मलिक ने साथ ही खुलासा किया कि वो आईसीसी के तीनों प्रमुख खिताबों को जीतने वाले पाकिस्तान के पहले खिलाड़ी बनना चाहते हैं। मलिक 2009 विश्व कप के सदस्य थे और हाल ही में संपन्न चैंपियंस ट्रॉफी में भी वो टीम के अहम किरदारों में शुमार थे। मलिक ने कहा, 'मेरा लक्ष्य आईसीसी के तीनों प्रमुख ख़िताब जीतने वाला पहला पाकिस्तानी क्रिकेटर बनना है। सभी चीजें इस पर निर्भर करेंगी कि सीनियर खिलाड़ी होने के नाते मैं टीम में क्या योगदान दे रहा हूं। फ़िलहाल चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद मैं इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप पर नजरें गड़ाए बैठा हूं।' 2019 विश्व कप की तैयारी का हिस्सा बनते हुए मोहम्मद हफीज और मलिक समेत कई सीनियर खिलाड़ियों के करियर पर चर्चा चल रही है। फखर ज़मान, मोहम्मद आमिर और हसन अली जैसे युवा खिलाड़ियों की ड्रेसिंग रूम में मौजूदगी से कई लोगों का मानना है कि प्रबंधन को युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए। मलिक का चैंपियंस ट्रॉफी में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। उन्होंने चार पारियों में क्रमशः 11,12, 15 और 16 रन बनाए। सिआलकोट में जन्में दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि अगले बड़े टूर्नामेंट में वो अपना फॉर्म और फिटनेस बरक़रार रखने में कामयाब रहे तो टीम में उनकी जगह पक्की रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट से संन्यास लेने का मकसद सिर्फ इसलिए था ताकि सीमित ओवर क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मलिक का मानना है कि खेल के सबसे लंबे प्रारूप से संन्यास लेने से उनका वन-डे प्रदर्शन काफी सुधरा है।