भारतीय खिलाड़ी श्रेयस अय्यर ने अपने खेल में आए बदलाव के बारे में प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने घरेलू क्रिकेट के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरूरी परिपक्वता के बारे में बयान दिया। अय्यर ने कहा कि मैं पहले अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते हुए खेलता था लेकिन अब इसमें परिवर्तन आया है और मैंने परिपक्व होने पर ध्यान दिया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार मध्यक्रम में खेलने वाले इस खिलाड़ी ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में खेलते समय मैं अपनी जिम्मेदारी नहीं लेता था। बाद में ऊँचे दर्जे के क्रिकेट में मैंने समझा की परिपक्वता का होना बेहद जरूरी है। शुरुआती दौर में सिर्फ बड़े शॉट लगाकर ही मैं खेलता था। आज के समय में बड़े शॉट के अलावा मैं सिंगल से भी रन बना सकता हूं।
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गौरतलब है कि भारतीय टीम में नम्बर चार के बल्लेबाज की समस्या काफी समय से चली आ रही है। श्रेयस अय्यर ने इस नम्बर पर कुछ अच्छी पारियां खेलकर अपनी उपयोगिता साबित की है। वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले वनडे मैच में उन्होंने एक आक्रामक अर्धशतक जड़ा था। उनकी बल्लेबाज में आक्रमक और तकनीक का मिश्रण नजर आता है। आने वाले समय में वे भारतीय टीम में नियमित रूप से नम्बर चार बल्लेबाज के तौर पर स्थापित हो सकते हैं।
भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की सीरीज का अंतिम मैच रविवार को कटक में खेला जाएगा। दोनों टीमों ने अब तक एक-एक मैच जीता है इसलिए यह मैच निर्णायक होगा।