श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) उन क्रिकेटरों में से एक हैं जो अंडर -19 इंडिया सेटअप से आए हैं। वह 2014 के अंडर -19 विश्व कप में संजू सैमसन और कुलदीप यादव के साथ दिखाई दिए। उस टूर्नामेंट के बाद वह सीधे घरेलू क्रिकेट में चले गए और इंडियन प्रीमियर लीग में भी उन्हें कुछ मौके मिले। उन्होंने काफी रन बनाए और अचानक ही उन्हें भारतीय टीम (Indian Team) में शामिल करने की काफी चर्चा होने लगी। अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सफर को लेकर अय्यर ने कुछ अहम बातें कही हैं।
टीम में चयन को लेकर अय्यर ने कहा कि मुझे काफी पहले टीम में आ जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा चयन के प्रति यही रवैया अपनाता हूं। मुझे हमेशा लगता था कि मुझे काफी पहले टीम में होना चाहिए था। अभी मुझे लगता है कि मैं अपनी मानसिकता में एक तरह से सुलझा हुआ हूं। मुझे लगता है कि सिलेक्शन पॉइंट मेरे हाथ में नहीं है।
श्रेयस अय्यर का पूरा बयान
अय्यर ने आगे कहा कि मेरा काम रन बनाना है। वहां जाएं और प्रदर्शन करें और लोगों का मनोरंजन करें। जब भी मैं मैदान पर कदम रखता हूँ, अब मैं सिर्फ यही सोच रखता हूँ।
कंधे की गंभीर चोट के कारण इस समय भारतीय टीम से दूर 26 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि उनकी पुनर्जीवित मानसिकता ने उन्हें बहुत मदद की है। अय्यर ने कहा कि इस तरह की मानसिकता ने वास्तव में मेरी मदद की है। यह मुझे दूसरों से ईर्ष्या करने, अपने बारे में बुरा महसूस करने से दूर होने में मदद करता है। मैं इससे आगे निकल गया हूं। जब भी मैं चयन के बारे में सोचता हूँ, तो पता होता है कि मेरा नाम वहां होगा।
उल्लेखनीय है कि चोट के बाद सर्जरी कराने वाले श्रेयस अय्यर रिकवर हो गए हैं और आईपीएल के दूसरे चरण में खेलने के लिए तैयार हैं। हालांकि कप्तानी को लेकर उन्होंने कहा कि इस बारे में टीम प्रबंधन निर्णय लेगा।