बांग्लादेश (Bangladesh Cricket Team) के खिलाफ पहले वनडे मुकाबले में शतकीय पारी खेलने वाले सिकंदर रजा (Sikandar Raza) ने बताया कि उन्होंने मैच से पहले किस तरह से अपने आपको मोटिवेट किया था। रजा के मुताबिक वो नहीं चाहते थे कि बांग्लादेश की टीम एक बार फिर वनडे में जिम्बाब्वे को हराए और इसीलिए वो एक बड़े इरादे के साथ मैदान में उतरे थे।
सिकंदर रजा ने बांग्लादेश के खिलाफ हरारे में खेले गए पहले वनडे मुकाबले में बेहतरीन शतक लगाया। उन्होंने सिर्फ 109 गेंद पर 8 चौके और 6 छक्के की मदद से 135 रनों की नाबाद पारी खेलकर जिम्बाब्वे को जबरदस्त जीत दिला दी। उनके इस शतक की बदौलत जिम्बाब्वे ने 304 रनों के टार्गेट को 49वें ओवर में ही हासिल कर लिया।
बांग्लादेश के खिलाफ हार का आंकड़ा देखकर हुआ मोटिवेट - सिकंदर रजा
सिकंदर रजा ने बताया कि किस तरह एक आंकड़े की वजह से वो मैच जीतने के लिए मोटिवेट हो गए। उन्होंने कहा,
मैं उन खिलाड़ियों में से हूं जो आंकड़ों पर विश्वास रखता है। मैंने कल एक आर्टिकल पढ़ा जिसमें लिखा हुआ था कि बांग्लादेश हमें 20 बार हरा चुकी है। मैंने टीम से कहा कि अगर हम ये मुकाबला जीतते हैं तो फिर काफी शानदार होगा। शुरूआत में हमारी एनर्जी वैसी नहीं थी लेकिन हम इकट्ठा हुए और कहा कि ये एट्टीट्यूट सही नहीं है। कोच ने भी वॉर्म-अप के दौरान यही बात कही थी और इसके बाद हम लोगों ने एकजुट होकर जबरदस्त तरीके से मुकाबला किया।
सिकंदर रजा ने अपनी पारी को लेकर भी बयान दिया और बताया कि किस तरह से उन्होंने इनोसेंट काया के साथ मिलकर जबरदस्त मैराथन साझेदारी की। उन्होंने कहा,
जब मैं क्रीज पर गया तो अपने लिए छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित किए और इनो से मैं कहता रहा कि टीम को इसकी ही जरूरत है। हमें टीम के लिए अच्छा करना ही होगा। जब एक बार टीम की जरूरत पूरी हो जाए तब आप जो चाहे कर सकते हैं। हमारा पहला काम साझेदारी बनाना था और हमने ये अच्छी तरह से किया।