भारत और इंग्लैंड के बीच विशाखापट्टनम में खेला जा रहा दूसरा टेस्ट काफी विशेष है। विशाखापट्टनम पहली बार टेस्ट मैच की मेजबानी कर रहा है और पहले टेस्ट को देखते हुए इंग्लैंड टीम का पलड़ा इस मैच में भी भारी नजर आ रहा था। मगर भारतीय टीम ने पहले दिन के खेल में शानदार प्रदर्शन करके दर्शा दिया कि वह क्यों विश्व की शीर्ष टेस्ट टीम है। विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के दमदार शतकों की मदद से भारत ने पहले दिन स्टंप्स तक 90 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 317 रन बना लिए थे। विराट 151* और रविचंद्रन अश्विन 1* रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए हैं। दूसरा टेस्ट शुरू होने से पहले ही भारतीय खेमे में कई नाटकीय चीजें सामने आई। पहले लोकेश राहुल की टीम में वापसी हुई और फिर कप्तान कोहली ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि गौतम गंभीर उनकी टीम में लोकेश के विकल्प के रूप में मौजूद थे। राहुल की वापसी से मैच में उन्हें भी प्राथमिकता मिली। इन सबके बाद आज जब मैच शुरू हुआ तो विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लोकेश राहुल की वापसी बेहद निराशाजनक रही क्योंकि वह बिना खाता खोले स्टुअर्ट ब्रॉड के शिकार बनकर पवेलियन जा बैठे। मुरली विजय अच्छे फॉर्म में नजर आ रहे थे, लेकिन एंडरसन की बाउंसर पर वह भी अपना विकेट गंवा बैठे। इसके बाद विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने मोर्चा संभाला। दोनों ने लंच तक भारत को कोई नुकसान नहीं होने दिया। लंच के बाद दोनों ने तेजी से बल्लेबाजी की और इंग्लिश गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। भारतीय टीम ने लंच के बाद 4 से अधिक रनरेट से रन जुटाए। हालांकि भारत की सबसे बड़ी कमी 17वें ओवर में निकलकर सामने आई जब पुजारा पहली बार रनआउट होने से बचे। पुजारा ने मिडविकेट की दिशा में अच्छा शॉट खेला और दो रन लेने दौड़ पड़े, मगर एक रन लेने के बाद दोनों बल्लेबाजों के बीच तालमेल की साफ़ कमी दिखी। पुजारा दूसरा रन लेने के लिए दौड़े, फिर बीच में रुके और फिर रन पूरा करने के लिए दौड़ पड़े। विराट कोहली आराम से अपनी क्रीज पर पहुंच चुके थे। इस दौरान इंग्लिश फील्डर ने अच्छा थ्रो किया और उस समय लगा कि पुजारा रनआउट हो जाएंगे। मगर पुजारा ने गोता लगाकर अपने आप को क्रीज के अंदर पहुंचाया और अपना विकेट बचाया। वीडियो : देखिए किस तरह दो बार पुजारा को मिला जीवनदान इसके दो गेंद बाद पुजारा फिर भाग्यशाली रहे। विराट कोहली ने पॉइंट की दिशा में शॉट खेलकर एक रन लेने का कॉल किया। पुजारा और कोहली ने आसानी से एक रन पूरा किया। मगर पॉइंट के फील्डर से गेंद छूट गई और पुजारा दूसरा रन लेने के लिए दौड़ पड़े। विराट का ध्यान उस समय पुजारा की तरफ बिलकुल नहीं था। तभी डीप पॉइंट के फील्डर ने तेजी से गेंद की तरफ दौड़कर थ्रो किया। पुजारा आधी क्रीज से वापस लौटे, इस दौरान उनका बल्ला बीच पिच पर ही हाथ से छूट गया। उन्होंने बल्ले की बिना परवाह किए क्रीज की तरफ दौड़ लगाईं और फिर डाइव लगाकर अपना विकेट दोबारा बचाया। कमेंटेटर्स ने दोनों बल्लेबाजों के बीच तालमेल की कमी की खुलकर चर्चा की। हालांकि दोनों ही बल्लेबाज लंच तक टिके और फिर आगे चलकर दोनों ने अपने-अपने शतक पूरे किए। पुजारा (119) शतक के बाद एंडरसन की गेंद पर विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो को कैच थमाकर पवेलियन लौट गए जबकि कोहली 151* रन बनाकर नाबाद रहे। भारतीय टीम के बल्लेबाजों के बीच रन लेते समय तालमेल की गड़बड़ी पहले भी नजर आई और उन्हें इससे जल्द ही उबरना होगा। अगर ऐसा नहीं होगा तो विरोधी टीम को हावी होने में जरा भी समय नहीं लगेगा।