कुमार धर्मसेना ने इंग्लैंड के डीआरएस पर दिया गलत फैसला

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अंपायरिंग करना कोई आसान कार्य नहीं है। जब मैदान में चारों और से विभिन्न प्रकार की आवाजें आती है, तो गेंद और बैट के बीच संपर्क को समझना और सुनना बड़ा मुश्किल होता है। इसलिए निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) अब एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है। इसमें नई तकनीकों से मैदान पर घटित हुई चीजों के बारे में पता लगाया जा सकता है। इसके बाद यह भी कहा जा सकता है कि तीसरे अंपायर का काम आसान हुआ है। इतनी तकनीकें होने के बाद भी कभी-कभी इंसानी दिमाग से गलतियां हो ही जाती है। इसी प्रकार की एक गलती भारत और इंग्लैंड के बीच कटक में हुए दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान टीवी अंपायर कुमार धर्मसेना द्वारा देखने को मिली। इंग्लैंड की पारी के दौरान 47वें ओवर में जसप्रीत बुमराह की गेंद पर लियाम प्लंकेट को मैदानी अंपायर ने एलबीडब्ल्यू आउट करार दिया। इसके बाद मेहमान टीम ने डीआरएस का प्रयोग किया। तीसरे अंपायर कुमार धर्मसेना ने यह पाया कि गेंद विकेटों की लाइन से बाहर बल्लेबाज के पैड से जाकर टकराई। गई। नियम के मुताबिक अगर ऐसा होता है तो बल्लेबाज आउट नहीं हो सकता लेकिन कुमार धर्मसेना ने मैदानी अंपायर अनिल चौधरी को अपने निर्णय पर कायम रहने को कहा। रिव्यू में रिप्ले देखने के दौरान कुमार धर्मसेना ने कहा “ (अल्ट्रा एज देखने पर) वहां कुछ नहीं है, एक बार फिर दिखाओ। बैट और बल्ले के बीच साफ दूरी है, पुनः बॉल ट्रेकिंग पर जाओ। गेंद विकेटों की लाइन से बाहर है और आप अपने निर्णय पर कायम रह सकते हैं।“ रिव्यू देखने पर साफ़ नजर आ रहा था कि बल्लेबाज नॉटआउट है। मैदानी अंपायर का फैसला बदलवाने की बजाय कुमार धर्मसेना ने उन्हें उस पर कायम रहने को कहा। इस पर उन्होंने बल्लेबाज को आउट करार दिया। इसके बाद धर्मसेना को अपनी गलती का एहसास होते ही अनिल चौधरी से निर्णय बदलने के लिए कहा गया। हालांकि इसका अधिक फर्क नहीं पड़ा और भारत ने इंग्लैंड को इस मुक़ाबले में 15 रन से शिकस्त देने में कामयाबी हासिल कर ली।