पाकिस्तान क्रिकेट और विवाद का हमेशा से चोली और दामन का साथ रहा है, ऐसा लगता है मानो बिना सुर्ख़ियां बने पाकिस्तान क्रिकेट या उनके खिलाड़ियों की पहचान ही नहीं। पाकिस्तान में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, इसमें कोई शक नहीं है लेकिन उन प्रतिभाओं की क़द्र करना या उन्हें निखारना पाकिस्तान क्रिकेट को नहीं आता। फिर चाहे सक़लैन मुश्ताक़ हों, अज़हर महमूद हों या बासित अली, फ़हरीस्त बेहद लंबी है। इसी लिस्ट में एक नाम ज़ुलक़रनैन हैदर का भी शामिल किया जा सकता है, लंबे क़द के इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ ने पाकिस्तान के लिए 21 साल की उम्र में टी20 से डेब्यू किया, फिर 2010 में टेस्ट मैच में भी डेब्यू किया और अपने पहले और इकलौते टेस्ट की दूसरी पारी में इंग्लैंड के एजबेस्टन में कठिन परिस्थिति में 88 रनों की पारी खेलकर सभी को प्रभावित किया था। पर ज़ुलक़रनैन का करियर महज़ 1 टेस्ट, 4 वनडे और 3 टी20 तक ही सीमित हो गया। दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ दुबई में 2010 सीरीज़ के चौथे वनडे के बाद वह अचानक टीम से फ़रार हो गए और कहा कि उन्हें जान से मारने की घमकी दी जा रही है। अपनी जान बचाने के लिए कई साल वह लंदन में रहे और 24 साल की उम्र में ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। हालांकि अब वह पाकिस्तान लौट आए हैं और एक बार फिर संन्यास से वापस लौटते हुए वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में हाथ आज़मा रहे हैं। ज़ुलक़रनैन का हाल ही में पाकिस्तान के घरेलू टी20 टूर्नामेंट PSL (पाकिस्तान सुपर लीग) में भी चयन हुआ है, जहां वह लाहौर कलंदर्स के लिए खेलते हुए चयनकर्ताओं को रिझाने की कोशिश करेंगे। 31 वर्षीय दाएं हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ से स्पोर्ट्सकीड़ा के लिए वरिष्ठ खेल पत्रकार सैयद हुसैन ने बातचीत की, जहां उन्होंने कई अहम ख़ुलासे करते हुए साफ़ तौर पर कहा कि जब मैच फ़िक्सिंग में शामिल मोहम्मद आमिर और सलमान बट टीम में आ सकते हैं तो मैंने तो कुछ नहीं किया है। ग़ौरतलब है कि आमिर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर चुके हैं और क्रिकेट के तीनों फ़ॉर्मेट में पाकिस्तान के लिए खेल रहे हैं, जबकि सलमान बट की वापसी भी क़रीब क़रीब तय मानी जा रही है। ज़ुलक़रनैन के साथ बातचीत के प्रमुख अंश कुछ इस तरह हैं। सैयद हुसैन: क्या हम एक बार फिर आपको पाकिस्तान की ओर से खेलते हुए देखेंगे ? ज़ुलक़रनैन हैदर: बस मैं कोशिश कर रहा हूं, आप लोगों की दुआओं की भी ज़रूरत है। जब मोहम्मद आमिर आ गया और सलमान बट आने वाला है तो मैं क्यों नहीं ? मैंने तो कुछ किया भी नहीं है। सैयद हुसैन: आपने तो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, क्या आपने संन्यास से वापस आने का एलान कर दिया है ? ज़ुलक़रनैन हैदर: जी हां, मैंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को बता दिया है कि जब भी मेरी ज़रूरत पड़े, चाहे पहले विकेटकीपर के तौर पर या दूसरे विकेटकीपर के तौर पर मैं हाज़िर रहूंगा। सैयद हुसैन: PCB के साथ रिश्ते और PSL में मिले मौक़े को कैसे देखते हैं ? ज़ुलकरनैन हैदर: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का बर्ताव मेरे लिए अच्छा रहा, उन्होंने साफ़ तौर पर मीडिया के सामने भी ये कहा कि संन्यास से वापसी का वह स्वागत करते हैं और जब भी भविष्य में अगर ज़रूरत हुई तो वह मुझे मौक़ा देंगे। साथ ही साथ PSL में उन्होंने मुझे लाहौर कलंदर्स का हिस्सा बनाया है, जहां मेरा मक़सद होगा अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का दिल जीतना और अगर मुझे राष्ट्रीय टीम में मौक़ा मिलता है तो मैं कभी भी उन्हें और मुल्क को निराश नहीं करूंगा। अब देखना यही है कि कभी धमकियों और डर की वजह से मैदान छोड़ कर भाग जाने वाले इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ का भविष्य पाकिस्तान क्रिकेट के दस्तानों में कितना महफ़ूज रहता है और क्या उन्हें भी आमिर और सलमान की तरह दूसरा मौक़ा मिलता है या नहीं ?