वर्ष 2012 भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं रहा। इस दौरान टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 0-4 से टेस्ट सीरीज में शिकस्त का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम को एशिया कप में शिकस्त मिली, श्रीलंका में हुए टी20 विश्वकप में यह टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुँच पाई। इसके अलावा सबसे बड़ा झटका भारतीय टीम को तब लगा, जब 28 वर्ष बाद भारतीय धरती पर इंग्लैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में हार का मुंह देखना पड़ा। इसी वर्ष टीम इंडिया की मुख्य प्रतिद्वंद्वी मानी जानी वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम दो टी20 और 3 वन-डे मैच खेलने के लिए भारत दौरे पर आई। खराब प्रदर्शन की वजह से मेजबान टीम के लिए उच्च मनोबल की कमी थी। ठीक चार वर्ष पहले आज ही के दिन मेहमान टीम पाकिस्तान ने भारत के विरुद्ध बेंगलुरु में हुए पहले टी20 मैच में टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का निर्णय लिया लेकिन भारतीय ओपनर बल्लेबाजों गौतम गंभीर व अजिंक्य रहाणे ने टीम को शानदार शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 77 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे के आउट होने के बाद स्थिति में बदलाव शुरू हो गया और गंभीर भी रनआउट होकर पवेलियन लौट गए। विकेट पतन शुरू होने के बाद पूरी टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 9 विकेट पर 133 रन बनाए। एक छोटे स्कोर का बचाव करते हुए भारतीय टीम को वापसी करने के लिए कुछ शुरुआती विकेटों की जरूरत थी, क्योंकि मेजबान टीम गेंदबाजी के समय 7 फीट लंबे मोहम्मद इरफान और स्पिनर सईद अजमल का बखूबी उपयोग किया था, हालांकि उन्हें शुरुआती विकेट के लिए मशक्कत करनी पड़ी थी। भारतीय टीम के लिए उस मैच से क्रिकेट जीवन में पदार्पण करने वाले उत्तर प्रदेश के युवा गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। इस दौरान भुवी ने आउटस्विंग और इनस्विंग गेंदों का नायाब नमूना पेश करते हुए न सिर्फ पाक बल्लेबाजों को बल्कि क्रिकेट जगत के विशेषज्ञों को भी आश्चर्य चकित कर दिया। मेरठ से आने वाले इस भारतीय गेंदबाज ने सबसे पहले पाक टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाज नासिर जमशेद को हाफ वॉली गेंद पर ड्राइव कराया और गेंद तेजी से अंदर आते हुए बल्लेबाज के विकेट ले उड़ी। इसके बाद अहमद शहजाद को भी विकेट से बाहर गेंद करते हुए ड्राइव कराया और बल्लेबाज को असमंजस में डाल दिया, गेंद आउटस्विंग हुई तथा बल्ले का किनारा लेकर विकेट कीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में समा गई। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए उमर अकमल को ऑफ स्टम्प से बाहर इनस्विंग गेंद करते हुए क्लीन बोल्ड कर बिना खाता खोले पवेलियन में पहुंचा दिया। भुवनेश्वर कुमार ने इस मैच में अपने पहले 2 ओवर के बाद तीन विकेट झटके लेकिन अगले 2 ओवर में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। एक समय पाकिस्तान को बैकफुट पाए धकेलने के बाद पाक टीम के लिए मोहम्मद हफ़ीज़ और शोएब मलिक ने अर्धशतक लगाते हुए 2 गेंद शेष रहते टीम को 5 विकेट से मैच में जीत दिला दी। भारतीय टीम को उस 25 दिसंबर 2012 के उस मैच में जीत तो नहीं मिली लेकिन पदार्पण मैच में ऐसा प्रदर्शन कर दिल जीतने वाले युवा गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार के रूप में टीम को एक नया स्विंग मास्टर मिला। संक्षिप्त स्कोर: भारत: 133/9, 20 ओवर (गंभीर 42, रहाणे 42, गुल 21/3, अजमल 2/25) पाकिस्तान: 134/5, 19.4 ओवर (हफीज 61, मालिक 57*, भुवनेश्वर 3/9) देखिए भुवनेश्वर कुमार के पदार्पण मैच में गेंदबाजी का वीडियो: