दो वर्ष पहले आज के ही दिन एबी डीविलियर्स ने वन-डे क्रिकेट का सबसे तेज शतक ठोंककर अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा लिया था। न सिर्फ 50 ओवरों के खेल में, बल्कि उनका शतक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे तेज रहा।
बल्लेबाज | विरोधी | कुल रन | शतक बनाने के लिए इस्तेमाल की गई गेंद | स्थान | वर्ष |
एबी डीविलियर्स | वेस्टइंडीज | 149 | 31 | जोहानसबर्ग | 2015 |
कोरी एंडरसन | वेस्टइंडीज | 131* | 36 | क्विंसटन | 2014 |
शाहिद अफरीदी | श्रीलंका | 102 | 37 | नैरोबी | 1996 |
मार्क बाउचर | ज़िम्बाब्वे | 147* | 44 | पोट्चफेस्टरूम | 2006 |
ब्रायन लारा | बांग्लादेश | 117 | 45 | ढाका | 1999 |
शाहिद अफरीदी | भारत | 102 | 45 | कानपुर | 2005 |
रिचर्ड लेवी (**टी20अंतर्राष्ट्रीय) | न्यूजीलैंड | 117* | 45 | हैमिलटन | 2012 |
18 जनवरी 2015, यह वही तारीख है जब डीविलियर्स ने जोहानसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में अपनी तूफानी पारी से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया था। पांच मैचों की वन-डे सीरीज के दूसरे मुकाबले में संघर्षरत वेस्टइंडीज की टीम एबी डीविलियर्स और अन्य दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों के सामने घुटने टेक बैठी थी। आइए नजर डालते हैं कि इस मैच में क्या-क्या विशेष हुआ था और किस तरह डीविलियर्स रिकॉर्ड बुक में छा गए थे: (नोट - रिचर्ड लेवी का शतक टी20 अंतर्राष्ट्रीय में लगा था जबकि अन्य सभी शतक वन-डे में बने थे)
#5 हाशिम अमला और रीली रोसोयू ने तैयार किया था मंच
ब्रैस्ट कैंसर जागरूकता के समर्थन के लिए पूरा स्टेडियम गुलाबी रंग से सजा हुआ था। दक्षिण अफ्रीका की टीम भी अपनी हरी जर्सी में नहीं थी, लेकिन उन्होंने लगातार रन बनाकर स्टेडियम के माहौल में चार चांद लगा दिए थे। मेहमान टीम के कप्तान जेसन होल्डर ने टॉस जीतकर आश्चर्यजनक ढंग से पहले गेंदबाजी का फैसला किया। ओपनर्स हाशिम अमला और रीली रोसोयू ने जानदार शुरुआत करते हुए मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए शानदार मंच तैयार किया। पहले 8 ओवर में दोनों बल्लेबाज सिर्फ 40 रन ही बना सके थे। मगर यहां से दोनों ने अपने गियर बदले और देखते ही देखते 247 रन की साझेदारी कर डाली। बाएं हाथ के बल्लेबाज रोसोयू ने 115 गेंदों में 128 रन बनाए। कैरीबियाई टीम को यहां से वापसी की उम्मीद जगी। हालांकि ऐसा उनका सिर्फ सपना बनकर रह गया। #2 तूफानी पारी का आगाज हुआ
दक्षिण अफ्रीका के 9 विकेट शेष थे और पारी की सिर्फ 69 गेंदे बची थी। डीविलियर्स बल्लेबाजी करने के लिए क्रीज पर आए। पहली ही गेंद को डीविलियर्स ने गेंदबाज के सिर के ऊपर से सीमा रेखा के पार पहुंचाकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए। अगले ओवर में डीविलियर्स और भी आक्रामक अंदाज में नजर आए। आंद्रे रसेल के ओवर में उन्होंने लगातार चार गेंदों पर दो चौके और दो छक्के उड़ाए। इस तरह उनका स्कोर 8 गेंदों पर 28 रन पहुंच गया। रनगति को बढ़ता देख कैरीबियाई कप्तान होल्डर खुद गेंदबाजी करने आए। उन्होंने लगातार डीविलियर्स के पैर की दिशा में गेंद डाली। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने बैकवर्ड स्क्वायर लेग की छोटी बाउंड्री का पूरा फायदा उठाया और जल्द ही 45 रन के योग पर पहुंच गए। डीविलियर्स को सबसे तेज अर्धशतक ज़माने के लिए एक छक्के की दरकार थी। दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने लेंथ गेंद को स्टैंड्स में भेजकर इस रिकॉर्ड पर अपना नाम दर्ज करा लिया। #3 गेंदबाज अपना सिर खुजाते रह गए
जब पारी का 42वां ओवर पूरा हुआ तब प्रोटीज टीम 300 रन का आंकड़ा पार कर चुकी थी। मेहमान टीम एक ही बात को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित थी कि रनों की बाढ़ पर कैसे काबू पाए। उन्होंने डीविलियर्स के तूफ़ान को रोकने के लिए ड्वेन स्मिथ को गेंदबाजी की जिम्मेदारी सौंपी। कैरीबियाई टीम की योजना थी कि स्मिथ की धीमी गति की गेंदों पर डीविलियर्स चकमा खा जाएंगे और अपना विकेट गंवा बैठेंगे। मगर मेहमान कप्तान की इस योजना पर भी पानी फिरता हुआ दिखा और डीविलियर्स की आक्रमकता को स्मिथ भी रोकने में नाकाम रहे। स्मिथ की अच्छी गेंदों को भी डीविलियर्स ने स्टैंड्स में भेजा और दर्शकों का मनोरंजन करना जारी रखा। डीविलियर्स की आंखे क्रीज पर इस तरह जम चुकी थी कि वह अपने एक घुटने के बल पर बैठकर तेज गेंदबाजों की गेंदों पर स्टंप्स के पीछे छक्के जड़ रहे थे। यह देखकर वेस्टइंडीज की टीम हैरान हो गई। #2 कहीं दौड़ने की जरुरत नहीं, कुछ छुपाने को नहीं रहा
विपरीत परिस्थिति देखने के बावजूद होल्डर ने आगे आकर टीम का नेतृत्व करने की ठानी और खुद गेंदबाजी करने आए। एक चौके और तीन छक्के लगाकर डीविलियर्स ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का सर्वकालिक सबसे तेज शतक जमाया। उन्होंने पिछले रिकॉर्ड्स को बहुत ही अलग अंदाज में तोड़कर अपना नाम दर्ज कराया। न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन (36 गेंद) और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी (37 गेंद) के रिकॉर्ड को डीविलियर्स ने आराम से पीछे छोड़ते हुए 31 गेंदों में शतक जमाकर अपने नाम किया। इतिहास रचने के बाद भी डीविलियर्स ने विंडीज गेंदबाजों पर कोई नर्मी नहीं बरती और 49वें ओवर में 30 रन बंटोरे। आख़िरकार जब डीविलियर्स आउट हुए तब तक वो 44 गेंदों में संयुक्त रिकॉर्ड 16 छक्कों की मदद से 149 रन बना चुके थे। हालांकि दक्षिण अफ्रीका वन-डे के सर्वाधिक स्कोर से सिर्फ चार रन पीछे रह गई। #1 वेस्टइंडीज की टीम मानसिक तौर पर मजबूत नहीं दिखी
440 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 291 रन ही बना सकी और मैच 148 रन से गंवा बैठी। दक्षिण अफ्रीका ने इस जीत के साथ ही पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल की। आगे चलकर दक्षिण अफ्रीका ने यह सीरीज 4-1 से अपने नाम की थी। मगर यह दिन एबी डीविलियर्स और उनकी विध्वंसक पारी के लिए हमेशा याद रखा जाएगा। संक्षिप्त स्कोरकार्ड : दक्षिण अफ्रीका : 50 ओवर 439/2 (हाशिम अमला 153*, एबी डीविलियर्स 149, रीली रोसोयू 128) वेस्टइंडीज - 50 ओवर 291/7 (ड्वेन स्मिथ 64, दिनेश रामदीन 57, मोर्ने मोर्केल 43/2 विकेट)