भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना हर एक भारत में क्रिकेट खेलने वाले का सपना होता है। हालांकि यह सपना उन ही खिलाड़ियों का पूरा होता है, जो अपने खेल से चयनकर्तओं को अच्छे तरीके से प्रभावित करते हैं। इसके बावजूद खिलाड़ी को डेब्यू का मौका तभी मिलता है, जब उससे कप्तान और टीम मैनेजमेंट प्रभावित हों। भारतीय टीम में आज की तुलना में उतने खिलाड़ी चयन के लिए कतार में नहीं थे लेकिन आज इतनी ज्यादा प्रतिस्पर्धा है किसी खिलाड़ी के लिए आसानी से डेब्यू कर पाना मुश्किल है।
भारतीय टीम में पिछले कुछ सालों में कई युवा खिलाड़ियों को आजमाया गया है और यहां तक कि कई बार दो खिलाड़ियों का एक ही मैच में डेब्यू भी कराया गया। हाल ही में इसका ताजा उदाहरण भारत और श्रीलंका के खिलाफ खेला गया पहला वनडे है। इस मैच से पहले भारत ने इशान किशन और सूर्यकुमार यादव को डेब्यू कैप दी। हालांकि ये दोनों ही खिलाड़ी टी20 में डेब्यू कर चुके थे लेकिन अब इनका साथ में वनडे डेब्यू भी हुआ। इस आर्टिकल में हम उन खिलाड़ियों पर नजर डालने जा रहे हैं, जिन्होंने 2000 से भारत के लिए एक साथ वनडे डेब्यू किया।
भारत के लिए साथ में वनडे डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट (2000 से)
#1 पूर्व भारतीय खिलाड़ी जहीर खान और युवराज सिंह
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान और पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह को भारत के सबसे सफल खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल किया जाता है। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने अपने वनडे करियर की शुरुआत एक साथ की थी। 2000 में खेली गयी आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी में केन्या के खिलाफ इन्हें डेब्यू का मौका मिला था।
जहीर खान ने अपने डेब्यू मैच में 10 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट चटकाए थे। वहीं युवराज को इस मैच में बल्लेबाजी नहीं मिली थी। हालांकि उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 16 रन दिए थे। इन दोनों ही खिलाड़ियों ने 2011 में विश्व कप जीत में भारत के लिए सराहनीय योगदान दिया था।
#2 एमएस धोनी और जोगिंदर शर्मा
भारत के सबसे सफल वनडे कप्तान एमएस धोनी और 2007 टी20 विश्व कप के फाइनल शानदार आखिरी ओवर डालने वाले जोगिंदर शर्मा ने एक साथ ही अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी। 23 दिसंबर, 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में इन दोनों को डेब्यू का मौका मिला। डेब्यू मुकाबले में धोनी बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर पाए और बिना खाता खोले ही रन आउट हो गए।
दूसरी तरफ तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा ने इस मैच में 8 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 28 रन खर्च कर एक सफलता हासिल की थी।
#3 उमेश यादव, अशोक डिंडा और विनय कुमार
भारत जब भी ज़िम्बाब्वे का दौरा करता है तो हमेशा कुछ नए खिलाड़ियों को चुनता है, जिन्हें इस दौरे पर डेब्यू का मौका मिलता है। ठीक ऐसा ही 2010 में ज़िम्बाब्वे में खेली गयी त्रिकोणीय सीरीज में हुआ था। उमेश यादव, अशोक डिंडा और विनय कुमार को 28 मई, 2010 को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपने वनडे करियर को शुरू करने का मौका मिला। इस मैच में उमेश और डिंडा को एक भी सफलता हाथ नहीं लगी थी। वहीं विनय कुमार को दो विकेट हासिल हुए थे। इस मैच में गेंदबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण भारत को हार मिली थी।
#4 केएल राहुल, युजवेंद्र चहल और करुण नायर
2016 के जिम्बाब्वे दौरे पर भी चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम में कई युवा खिलाड़ियों को शामिल किया था। 11 जून, 2016 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हुए मुकाबले में भारत की तरफ केएल राहुल, युजवेंद्र चहल और करुण नायर को डेब्यू का मौका मिला था। राहुल ने डेब्यू मैच में शानदार शतक लगाया था लेकिन उनके साथ पारी की शुरुआत करने उतरे नायर मात्र 7 रन ही बना पाए। चहल ने भी 10 ओवर की गेंदबाजी करते हुए एक सफलता हासिल की।
#5 पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल
2020 में न्यूजीलैंड के दौरे पर खेली गयी वनडे सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम ने पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल का डेब्यू करवाते हुए, उन्हें पारी की शुरुआत करने की जिम्मेदारी दी। हालांकि ये दोनों ही बल्लेबाज अपने डेब्यू मैच में बड़ी पारी नहीं खेल पाए। पृथ्वी शॉ ने 21 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 20 रन बनाये, वहीं उनके जोड़ीदार मयंक अग्रवाल ने 31 गेंदों में छह चौकों की मदद से 32 रन बनाये। हालांकि दोनों ने पहले विकेट के लिए पचास रन जोड़े और भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई थी।
#6 क्रुणाल पांड्या और प्रसिद्ध कृष्णा
इस साल एक साथ वनडे में डेब्यू करने वाले सबसे पहली जोड़ी भारतीय जोड़ी क्रुणाल पांड्या और प्रसिद्ध कृष्णा की है। पांड्या और कृष्णा ने अपना पहला वनडे मैच इंग्लैंड के खिलाफ 23 मार्च 2021 को पुणे में खेला था। क्रुणाल ने 31 गेंदों में 58* रनों की शानदार पारी खेली और गेंदबाजी में भी एक विकेट लिया, जबकि कृष्णा ने चार विकेट लिए थे। इस तरह दोनों डेब्यू करने वालों ने भारत को इंग्लैंड को 66 रनों से हराने में अहम भूमिका निभाई।