इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 15वां सीजन खेला जा रहा है और वर्तमान समय में यह दुनिया की सबसे बड़ा टी20 लीग है। साल दर साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की IPL से होने वाली कमाई में काफी अधिक इजाफा देखने को मिला है। बोर्ड अब 2023 से लेकर 2027 तक के लिए लीग के मीडिया अधिकार बेचने की तैयारी में है और इससे उन्हें काफी ज्यादा कमाई होने वाली है।
भले ही बोर्ड एक तरफ मोटी रकम हासिल करने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस सीजन के लिए व्यूवरशिप में उन्हें तगड़ा झटका लगा है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सीजन की व्यूवरशिप में लगभग 30-40 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, गवर्निंग काउंसिल चेयरमैन बृजेश पटेल का मानना है कि मीडिया अधिकार बेचने में इसका असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा,
व्यूवरशिप में थोड़ी गिरावट देखने को मिली है, लेकिन इससे कोई खतरा नहीं है। मीडिया अधिकार बेचने में मुझे इसका प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है। अब सबकुछ खुल गया है और पिछले दो सालों के मुकाबले इस बार लोग अधिक यात्रा कर रहे हैं। हमें यह भी लगता है कि अधिकतर लोग रेस्टोरेंट, पब और क्लब में मैच देख रहे हैं। हम इसे केवल एक कनेक्शन के रूप में देखते हैं, लेकिन इसमें सैकड़ों लोग मैच देखते हैं।
BCCI ने दोगुना कर दी है मीडिया अधिकार खरीदने की राशि
स्टार स्पोर्ट्स ने जब IPL के मीडिया अधिकार पांच साल के लिए खरीदे थे तो उन्होंने 16347 करोड़ रुपये की राशि चुकाई थी। इस बार मीडिया अधिकार खरीदने के लिए राशि को सीधे दोगुना कर दिया है। 2023 से 2027 तक के मीडिया अधिकार खरीदने वालों को 32,980 करोड़ रुपये चुकाने होंगे। भले ही इस सीजन की व्यूवरशिप गिर रही है, लेकिन बोर्ड ने जिस तरह से मीडिया अधिकार का दाम सेट किया है उससे साफ पता चलता है कि लीग की वैल्यू बिलकुल नहीं घटी है।