भारतीय महिला टीम (India Womens Cricket Team) की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) को सीनियर वुमेंस टी20 लीग (Senior womens t20 league) में एक मैच के दौरान"मांकड़" रन आउट के बाद खिलाड़ियों से बहस करते हुए देखा गया। जिस तरह से मंधाना को आउट किया गया उससे वो खुश नहीं थीं और इसी वजह से विरोधी टीम के प्लेयर्स से उनकी कहासुनी भी हो गई।
सीनियर वुमेंस टी20 लीग में महाराष्ट्र और राजस्थान के बीच मुकाबला खेला जा रहा था। महाराष्ट्र की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए मंधाना ने तीन चौके और एक छक्के की मदद से 28 रन बनाए। उन्होंने एसएस शिंदे के साथ मिलकर 46 रनों की साझेदारी की लेकिन उसके बाद राजस्थान की खिलाड़ी केपी चौधरी ने उन्हें 'मांकड़' आउट कर दिया। मंधाना जैसे ही क्रीज से बाहर निकलीं गेंदबाज ने गिल्लियां बिखेर दीं और इस तरह से उन्हें आउट होकर वापस पवेलियन जाना पड़ा। हालांकि उससे पहले उन्होंने राजस्थान की खिलाड़ियों के साथ जमकर बहस की।
महाराष्ट्र की टीम ने आखिर में जाकर ये मुकाबला आठ विकेटों से जीता लेकिन मंधाना के मांकड़ आउट ने काफी सुर्खियां बटोरी।
एमसीसी ने मांकडिंग को बनाया वैध
आपको बता दें कि मेरिलिबोन क्रिकेट क्लब यानी एमसीसी (MCC) ने मांकडिंग आउट को कानूनी करार दिया है। एमसीसी के नए नियम के मुताबिक अगर गेंदबाज किसी बल्लेबाज को मांकडिंग के जरिए आउट करता है तो वो नियमों के हिसाब से सही होगा। इससे पहले इसे नियम 41 के अंतर्गत लाया जाता था और तब इसे फेयर प्ले नहीं माना जाता था। हालांकि अब इसे नियम 38 में शामिल कर लिया गया है जो एक नॉर्मल रन आउट का नियम है। ऐसे में अब अगर कोई भी गेंदबाज किसी को 'मांकड़' के जरिए आउट करता है तो उसे गलत नहीं माना जाएगा।