भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) के सेमीफाइनल मुकाबले में चार रन से हरा दिया है। इस जीत के साथ ही भारत ने फाइनल में अपनी जगह और मेडल पक्का कर लिया है। भारतीय टीम यदि फाइनल मुकाबला जीती तो उन्हें गोल्ड अन्यथा सिल्वर मेडल मिलेगा। इस जीत में ओपनर बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जीत के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा,
मैं अपनी टीम द्वारा खेले गए उन मैचों को याद कर रही थी जो अंतिम गेंद तक गए थे और उम्मीद कर रही थी कि इस बार हमें जीत मिले। हमने कई बार ऐसे मौके गंवाए हैं तो मैं अपनी फील्डिंग से ज्यादा इस चीज पर ध्यान लगा रही थी कि हम किसी तरह यह मैच जीत जाएं। हमने कई लोगों से गेंदबाजी कराई, लेकिन इस तरह के मैचों में रोल बदलने पड़ते हैं। बीच के समय में दीप्ति शर्मा के ओवर काफी महत्वपूर्ण थे। डीप में केवल तीन फील्डर होने के बावजूद स्नेह राणा ने बेहतरीन गेंदबाजी की। इसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
"उम्मीद करती हूं फाइनल में बना रहे मेरी बल्लेबाजी का यही टच"- मंधाना
मंधाना ने केवल 23 गेंदों में ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था और उन्होंने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए भारत के लिए सबसे तेज टी20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक का रिकॉर्ड फिर से बना दिया है। इसके साथ ही वह पावरप्ले में ही अर्धशतक पूरा करने वाली पहली भारतीय बल्लेबाज भी बनी हैं। अपनी बल्लेबाजी के बारे में मंधाना ने कहा,
पिछले दो-तीन हफ्तों से मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रही थी और मुझे दो-तीन साल पहले जैसी फीलिंग आ रही थी। मैं अपना टच वापस पाकर काफी खुश हूं और उम्मीद कर रही हूं कि फाइनल में भी यह बरकरार रहेगा। क्राउड काफी शानदार थी। आमतौर पर हमारे फैंस की संख्या अधिक होती है, लेकिन आज इंग्लिश फैंस की संख्या ज्यादा थी।