‘मेरे पिता चाहते थे घर में से कोई एक...’ भारतीय महिला क्रिकेटर ने कही बड़ी बात 

India v Australia - Women
India v Australia - Women's Test: Day 4

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हाल ही में कमाल का प्रदर्शन किया है। पहले भारतीय टीम ने इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम को टेस्ट मैच में मात दी। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को भी नहीं छोड़ा और उन्हें भी शिकस्त दी। भारत की इस जीत में टीम की उपकप्तान और स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने अहम भूमिका निभाई। अब इस जीत के बाद स्मृति ने बताया कि कैसे वह क्रिकेट में आईं और इसमें अपना भविष्य बनाया।

हाल ही में भारतीय दर्शकों के सबसे फेवरेट टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति में भारतीय टीम के बल्लेबाज इशान किशन के साथ पहुंची स्मृति मंधाना ने अपने क्रिकेट खलने की शुरुआत को लेकर दिलचस्प कहानी सुनाई।

इस शो पर अपने क्रिकेट के सफर के बारे में बताते हुए स्मृति ने कहा, ‘बचपन से ही मेरे पिता और मेरे भाई क्रिकेटर थे। मेरे पिता को घर से क्रिकेट में भविष्य बनाने की इजाजत नहीं मिली। इसलिए वह चाहते थे कि मेरे दोनों बच्चे क्रिकेट खेलें और इनमें से एक कोई देश का प्रतिनिधित्व करे। मैंने क्रिकेट के बारे में बचपन से सुना है शायद जब मैं मां के गर्भ में थी तबसे।’

स्मृति मंधाना यहीं नहीं रुकी और उन्होंने आगे कहा, ‘मैं हमेशा प्रैक्टिस के लिए जाया करती थी, जहां मैं अपने भाई के लिए गेंद लाती थी। मैंने बल्लेबाजी अपने भाई को देखकर सीखी। जब वह नेट्स में बल्लेबाजी करता था तो मैं नेट्स के पीछे देखकर वैसा करती थी। मै दाएं हाथ की हूं लेकिन मेरा भाई बाएं हाथ का बल्लेबाज है, इसलिए मैंने बल्लेबाजी बांए हाथ से करनी सीखी। इस तरह से मेरे क्रिकेट के सफर की शुरुआत हुई।’

आपको बता दें कि स्मृति मंधाना को वर्ल्ड क्रिकेट की सबसे बेहतरीन महिला सलामी बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। इंटरनेशनल क्रिकेट के अलावा स्मृति महिला प्रीमियर लीग में आरसीबी की कप्तान भी हैं।

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