ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले T20I में जीत के बाद स्मृति मंधाना ने दी प्रतिक्रिया, युवा खिलाड़ी को जमकर सराहा  

India v Australia - Women
स्‍मृति मंधाना ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में जोरदार अर्धशतक जमाया

भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India Women Cricket Team) ने शुक्रवार को ऑस्‍ट्रेलिया (Australia Women Cricket Team) को पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में 14 गेंदें शेष रहते 9 विकेट के विशाल अंतर से मात दी।

मुंबई के डीवाई पाटिल स्‍टेडियम पर खेले गए मुकाबले में ऑस्‍ट्रेलिया ने पहले बल्‍लेबाजी की और पूरी टीम 19.2 ओवर में 141 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। जवाब में भारत ने केवल 17.4 ओवर में एक विकेट खोकर लक्ष्‍य हासिल कर लिया।

भारत की जीत में ओपनर स्‍मृति मंधाना ने भी अहम भूमिका निभाई, जिन्‍होंने 52 गेंदों में सात चौके और एक छक्‍के की मदद से 54 रन बनाए। मंधाना ने शैफाली वर्मा (64*) के साथ पहले विकेट के लिए 137 रनों की साझेदारी करके भारत को आसान जीत दिलाई।

स्‍मृति मंधाना ने मैच के बाद जीत पर खुशी जताई और कहा, 'हम अपने वनडे प्रदर्शन से बेहद निराश थे, लेकिन आज जीतकर खुश हैं। विशेषकर हमारी गेंदबाजी शानदार रही। आखिरी वनडे में हमने 300 से ज्‍यादा रन का स्‍कोर बनने दिया और पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में टीम को ऑलआउट कर दिया, जो कि शानदार है।'

उन्‍होंने आगे कहा, 'हमने पिछले दो दिनों में विश्‍लेषण किया कि कहां गलती कर रहे हैं। हमारी एक घंटे की बैठक शानदार रही। हमारी चार तेज गेंदबाज वाली रणनीति कारगर साबित हुई।'

स्‍मृति मंधाना ने बंगाल की युवा तेज गेंदबाज टी साधू की जमकर तारीफ की, जिन्‍हें प्‍लेयर ऑफ द मैच चुना गया। साधू ने 4 ओवर में 17 रन देकर चार विकेट लिए।

स्‍मृति मंधाना ने कहा, 'टी साधू एशियाई खेलों से बेहतर गेंदबाजी करती हुई आ रही हैं। मैं उनके लिए बहुत खुश हूं। वो बंगाल की हैं और बंगाल ने हमें झूलन गोस्‍वामी दी जैसा महान गेंदबाज दिया है। हम इनकी तुलना नहीं करते हैं। वह काफी स्‍पष्‍ट है। वो खुलकर कहती है कि मैं इस तरह की गेंदबाजी करूंगी और मुझे यह फील्डिंग चाहिए। उनके अंदर यह स्‍पष्‍टता है। यह बहुत अच्छी चीज है और उम्‍मीद है कि वो इसी तरह गेंदबाजी करती रहें।'

मंधाना ने साथ ही बताया कि कैसे उन्‍होंने कोच अमोल मजूमदार को बैठक के दौरान सख्‍त रहने के लिए कहा, जैसे कि वो मुंबई रणजी टीम के साथ होते थे। भारतीय ओपनर ने कहा, 'मुझे याद है कि मैंने कोच अमोल मजूमदार से कहा था कि बैठक के दौरान हमारे साथ नम्र नहीं होना और सख्‍त रहना, जैसे कि वो मुंबई रणजी टीम के साथ रहते थे।'

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