भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India Women Cricket team) ने शनिवार को श्रीलंका (Sri Lanka Women Cricket team) को दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में पांच विकेट से मात दी। भारत ने तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज 2-0 से अपने नाम की। सीरीज का तीसरा व आखिरी मुकाबला सोमवार को खेला जाएगा, जो महज औपचारिकता भर रह गया है। भारत की दूसरे टी20 में जीत दर्ज करने में स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) (39) ने अहम भूमिका निभाई।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने 14 ओवर में बिना किसी नुकसान के 87 रन बना लिए थे। मगर यहां से भारतीय गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की और श्रीलंका को 20 ओवर में 125/7 के स्कोर पर रोक दिया। इसके जवाब में भारत ने पांच विकेट से मैच जीतकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाई।
स्मृति मंधाना ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'आज गेंदबाजों ने शानदार काम किया। पिछले मैच में भी उनका प्रदर्शन अच्छा था जब 139 रन के लक्ष्य की रक्षा की थी। हमें उन्हें कुछ ज्यादा कहने की जरूरत नहीं पड़ी। ऐसा था कि गेंदबाजी इकाई को अपने गेम प्लान को फॉलो करना था और इस पर डटे रहना था। हम जानते थे कि एक या दो विकेट गिरे तो हम वापसी कर सकते हैं।'
मंधाना ने आगे कहा, 'हमारे गेंदबाजों ने काफी धैर्य दिखाया। निश्चित ही हमने खराब फील्डिंग से कुछ रन खर्च किए, लेकिन मुझे विश्वास है कि हम दमदार वापसी करेंगे।'
रमेश पोवार की कोचिंग वाली टीम ने झूलन गोस्वामी, शिखा पांडे और स्नेह राणा जैसे दिग्गजों को बाहर बैठाकर पूजा वस्त्राकर, रेनुका सिंह, सिमरन बहादुर और मेघना सिंह को मौका दिया। वहीं भारतीय स्पिनर आक्रमण में दीप्ति शर्मा, पूनम यादव, राजेश्वरी गायकवाड़ और राधा यादव थीं।
बहरहाल, स्मृति मंधाना ने अपनी पारी के दौरान एक गजब की उपलब्धि हासिल की। मंधाना टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में 2000 या ज्यादा रन बनाने वाली भारत की पांचवीं बल्लेबाज बनी। उनसे पहले रोहित शर्मा, विराट कोहली, मिताली राज और हरमनप्रीत कौर यह आंकड़ा पार करने में कामयाब रहे हैं।
मंधाना ने बताया कि शैफाली वर्मा ने तेज शुरुआत दिलाई और उन्होंने अपनी ताकत पर विश्वास किया। मंधाना ने कहा, 'मैं और शैफाली आज एक गेम प्लान के साथ उतरे थे। हम जानते थे कि किस गेंदबाज को निशाना बनना है। हम एक-दूसरे की ताकत और कमजोरी को जानते हैं। यह हमारी ताकत के बारे में था। पावरप्ले के बाद सिंगल्स या डबल्स पर ध्यान था ताकि लक्ष्य को बिना परेशानी के हासिल कर सके।'