भारतीय महिला टीम (Indian Women Team) ने ब्रिस्टल में इंग्लैंड की महिलाओं के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। फॉलोऑन खेलते हुए भारतीय टीम ने मैच ड्रॉ करा दिया। इसमें बड़ा योगदान स्नेह राणा का रहा। राणा ने क्रीज का एक कोना पकड़कर बल्लेबाजी की और अंतिम दिन नाबाद 80 रनों की पारी खेली। उनका साथ तानिया भाटिया (44*) ने दिया और दोनों ने मिलकर नौवें विकेट के लिए नाबाद शतकीय भागीदारी की। स्नेह राणा (Sneh Rana) ने टीम के लिए खेलना एक गौरव का पल बताया। डेब्यू टेस्ट में ही इस तरह का प्रदर्शन करना काफी बेहतर होता है।
राणा ने कहा कि मुझे गर्व है, साझेदारी करना जरूरी था, शिखा और तानिया के साथ यही हुआ। टीम में योगदान देकर बहुत अच्छा लग रहा है। मेरी सोच सिर्फ बेसिक्स से चिपके रहने और गेंद की योग्यता के अनुसार खेलने की थी। ढीली गेंद मिलते ही मुझे इसे सीमा रेखा के पार भेजना था। मेरे लिए एक भावनात्मक क्षण है, 5 साल बाद राष्ट्रीय टीम के लिए चुनी गई और मैं बहुत खुश हूं। मैं यहां पहले कभी नहीं खेली, यह दस्तक मुझे सफेद गेंद के गेम में जाने के लिए काफी आत्मविश्वास देगा।
उल्लेखनीय है कि स्नेह राणा ने कुछ महीनों पहले ही अपने पिता को खोया है। इसके बाद उन्होंने टीम के लिए खेलते हुए गेंद और बल्ले दोनों से अहम योगदान दिया। उनकी बदौलत ही भारतीय महिलाओं ने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्टल टेस्ट मैच ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की। स्नेह राणा ने पहली पारी में गेंदबाजी के दौरान भी धाकड़ खेल का प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट चटकाए। इसके बाद फॉलोऑन में उन्होंने नाबाद 80 रन बनाकर मैच में टीम को हारने से बचाया।
भारतीय टीम के लिए फॉलोऑन में दीप्ति शर्मा ने भी अच्छी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया और 54 रनों की पारी खेली। हरमनप्रीत कौर और मिताली राज का बल्ला नहीं चला।