स्‍नेहाशीष गांगुली ने कैब अध्‍यक्ष पद की जिम्‍मेदारी संभाली, भारतीय क्रिकेटर के लिए खोले दरवाजे

स्‍नेहाशीष गांगुली को 91वीं वार्षिक आम सभा में सर्वसम्मित से कैब अध्‍यक्ष चुना गया
स्‍नेहाशीष गांगुली को 91वीं वार्षिक आम सभा में सर्वसम्मित से कैब अध्‍यक्ष चुना गया

बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) के नवनिर्वाचित अध्‍यक्ष स्‍नेहाशीष गांगुली (Snehasish Ganguly) ने सोमवार को भारतीय (India Cricket team) क्रिकेटर ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) के लिए दरवाजे खोले, जिन्‍होंने अपनी घरेलू टीम को छोड़कर त्रिपुरा की तरफ से खेलने का फैसला किया।

भारत के अनुभवी विकेटकीपर बल्‍लेबाज ऋद्धिमान साहा ने कैब अधिकारी से विवाद के बाद बंगाल छोड़ा और खुद को राज्‍य टीम के लिए उपलब्‍ध नहीं बताया। साहा जानते थे कि अब वो राष्‍ट्रीय टीम के रडार पर नहीं हैं। साहा बाद में त्रिपुरा से मेंटर कम खिलाड़ी के रूप में जुड़े और कैब के साथ 15 साल का रिश्‍ता खत्‍म किया।

अविषेक डालमिया से कैब अध्‍यक्ष पद की जिम्‍मेदारी लेने वाले स्‍नेहाशीष ने कहा कि उनका साहा से अब भी रिश्‍ता अच्‍छा है और उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि 38 साल के खिलाड़ी दोबारा अपने घर लौट आएंगे।

स्‍नेहाशीष गांगुली को 91वीं वार्षिक आम सभा में सर्वसम्मित से कैब अध्‍यक्ष चुना गया। उन्‍होंने कहा, 'ऋद्धिमान साहा बंगाल का गौरव हैं। बंगाल से सिर्फ सौरव गांगुली (113) और पंकज रॉय (43) ने ही साहा से ज्‍यादा टेस्‍ट मैच खेले हैं। साहा ने बंगाल को काफी कुछ दिया और अभी बहुत कुछ देना बाकी है।'

स्‍नेहाशीष ने आगे कहा, 'हमारा ऋद्धि के साथ अब भी रिश्‍ता काफी अच्‍छा है और हमें विश्‍वास है कि वो दोबारा बंगाल के लिए खेलेंगे। अगर वो वापसी करेंगे तो निजी तौर पर मुझे खुशी होगी। इस समय मैं उन्‍हें परेशान नहीं करना चाहता क्‍योंकि वो सीजन में व्‍यस्‍त होंगे। मगर एक बार जब सीजन पूरा जाएगा तो मैं उनसे बात करने की कोशिश करूंगा। उनके लिए दरवाजे हमेशा खुले हैं और हम उनका स्‍वागत करके ज्‍यादा खुश होंगे।'

याद दिला दें कि भारत के पूर्व कप्‍तान सौरव गांगुली को बीसीसीआई में दूसरा कार्यकाल नहीं दिया गया, जिसके बाद उन्‍होंने कैब अध्‍यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने में दिलचस्‍पी दिखाई थी। मगर बाद में गांगुली ने अपना फैसला बदला और अपने बड़े भाई के लिए रास्‍ता बनाया। स्‍नेहाशीष गांगुली के साथ अन्‍य अधिकारी उपाध्‍यक्ष अमालेंडु बिस्‍वास, सचिव नरेश ओझा, संयुक्‍त सचिव देबब्रत दास और कोषाध्‍यक्ष प्रबीर चक्रवर्ती होंगे। इन सभी को सर्वसम्मित से चुना गया।

स्‍नेहाशीष गांगुली ने कहा कि उनकी प्राथमिकता बंगाल क्रिकेट को अगले स्‍तर पर ले जाने की है, जहां से ज्‍यादा खिलाड़ी भारत के लिए खेलें। उन्‍होंने कहा, 'मैं बंगाल क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता हूं। खिलाड़ी हमारी संपत्ति हैं। यह मायने नहीं रखता कि हम कितनी अच्‍छी योजना बनाएं, मैदान में जाकर उन्‍हें ही प्रदर्शन करना है। मुझे उम्‍मीद है कि हम भारतीय क्रिकेट के लिए बेहतर सप्‍लाई चैन बना सकेंगे।'

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