अनिल कुंबले को भारतीय क्रिकेट में बहुत कम करके आंका गया: सौरव गांगुली

भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक सौरव गांगुली ने अपनी टीम के पूर्व साथी खिलाड़ी अनिल कुंबले को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अनिल कुंबले के योगदान को भारतीय क्रिकेट में बहुत कम करके आंका गया। हिंदुस्तान टाइम्स से एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि उनकी नजर में कौन सा ऐसा खिलाड़ी है जिसको उतनी तरजीह नहीं मिली तो उन्होंने अनिल कुंबले का नाम लिया। गांगुली ने कहा कि मुझे लगता है कि कुंबले भारत के सबसे बड़े मैच जिताऊ गेंदबाज थे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हम सचिन तेंदुलकर, या विराट कोहली या फिर रविचंद्रन अश्विन की बात करते हैं लेकिन सच्चाई ये है कि कुंबले ने भारतीय टीम को सबसे ज्यादा मैच जिताए। सौरव गांगुली और अनिल कुंबले ने एक साथ काफी सारा क्रिकेट खेला है। एक दशक से ज्यादा समय तक दोनों एक दूसरे के साथ खेल चुके हैं। 2003-04 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए जब चयनकर्ताओं ने कुंबले को टीम से बाहर कर दिया था तब ये गांगुली ही थे जिन्होंने उनको फिर से टीम में शामिल कराया। यहां पर सबसे दिलचस्प बात ये भी है कि जब साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली टेस्ट के बाद कुंबले ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया तो नागपुर में खेले गए उसके अगले ही मैच के बाद सौरव गांगुली ने भी क्रिकेट को अलविदा कह दिया। वहीं इसी साल अक्टूबर में बैंगलोर साहित्य महोत्सव में टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने भी कहा था कि कुंबले बहुत बड़े खिलाड़ी थे। उन्होंने भी कहा था कि कुंबले ने जितने मैच भारतीय टीम को जिताए हैं मेरे हिसाब से उतना किसी ने नहीं जिताए। गौरतलब है अनिल कुंबले टेस्ट मैचों में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, वहीं विश्व में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनसे आगे सिर्फ मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न ही हैं। कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट में 619 शिकार किए। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वो कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा उन्हें आईसीसी की हाल ऑफ फेम में भी शामिल किया गया और उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम की कोचिंग भी की। इस वक्त वो आईसीसी क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन हैं।