सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स जैसी बेल ईडन गार्डन्स में भी लगाने का वादा किया

कोई मायने नहीं रखता कि आप एक क्रिकेटर के रूप में सौरव गांगुली के बारे में क्या विचार रखते हैं, पूर्व भारतीय कप्तान ने कभी भी बड़ा फैसला लेने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई। फिर चाहे वो फैसला कप्तानी के अंतर्गत लिया हो या फिर खेल के प्रशासक के रूप में, जो अब उन्हें क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के अध्यक्ष के रूप में करते देखा जा सकता है। सौरव गांगुली ने जुलाई में पहली बार घोषणा की थी कि इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर लगी बेल जैसी एक बेल वह कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर भी सितंबर तक लगवाएंगे। अब यह हकीकत में तब्दील होने जा रहा है। 2014 में भारत के इंग्लैंड दौरे पर बेल बजाकर खेल का दिन शुरू करने वाले गांगुली ने कहा, 'जी हां, हमें वैसी बेल मिल गई जो ईडन गार्डन्स पर लगा दी गई है। हर सुबह इसे कोई क्रिकेटर या फिर पूर्व खिलाड़ी बजाता है। बेल को आयात करके मंगवाया गया है और सितंबर में इसे लगा दिया जाएगा।' भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व क्रिकेट के सबसे प्रतिष्ठित मैदानों में से एक ईडन गार्डन्स पर टेस्ट खेला जाना है, सीएबी अधिकारियों ने प्रक्रिया में तेजी बरतते हुए पुष्टि की है कि बेल 30 सितंबर होने वाले टेस्ट से पहले मैदान पर लगा दी जाएगी। हालांकि, गांगुली का कहना कि बेल का आयात किया गया है, यह जानकारी मिली है कि बेल चंडीगढ़ में बन रही है और ईडन गार्डन्स में के सप्ताह के भीतर लग जाएगी। सीएबी ग्राउंड समिति के चेयरमैन देबब्रत दास ने कहा, 'बेल चंडीगढ़ से मंगवाई गई है। यह पीतल की बनी हुई है। उपरी हिस्से में चांदी की परत लगाई गई है और इस महीने की 25 से 26 तारीख के बीच मैदान पर लग जाएगी।' एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गांगुली ने पुष्टि की है कि इंतजार की घड़ियां खत्म होने में है। उन्होंने कहा, 'बेल जल्द ही मैदान पर लगने वाली है।' भातीय टीम ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स पर टेस्ट प्रारूप का अपना 501 वां मैच खेलेगी। भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज का पहला टेस्ट गुरुवार से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा।

Edited by Staff Editor