बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने बताया है कि टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के लिए पूर्व कप्तान एम एस धोनी (MS Dhoni) को क्यों भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) का मेंटर बनाया गया है। उन्होंने इसके लिए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ का उदाहरण दिया।
सौरव गांगुली के मुताबिक 2019 के एशेज सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव वॉ को अपना मेंटर बनाया था और इसकी वजह से उन्हें काफी फायदा हुआ था। ऑस्ट्रेलिया ने 2-2 से सीरीज ड्रॉ की और एशेज उनके नाम रही। यही भूमिका एम एस धोनी भी इंडियन टीम में निभा सकते हैं।
एम एस धोनी की उपस्थिति से टीम को फायदा होगा - सौरव गांगुली
द टेलीग्राफ से बातचीत में सौरव गांगुली ने बताया कि एम एस धोनी के मेंटर बनने से टीम को क्या फायदा होगा।
उन्होंने कहा "इससे वर्ल्ड कप में टीम को काफी मदद मिलेगी। एम एस धोनी का रिकॉर्ड इंडियन टीम और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए टी20 मैचों में काफी अच्छा रहा है। इसके पीछे काफी बड़ी वजह है। हमने काफी चर्चा करने के बाद ही एम एस धोनी को मेंटर नियुक्त करने का फैसला किया। 2013 से ही हमने आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जीती है। याद कीजिए 2019 की एशेज सीरीज के दौरान स्टीव वॉ ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यही भूमिका निभाई थी और कंगारू टीम ने वो सीरीज ड्रॉ की थी। इतने बड़े खिलाड़ी के इस मेगा इवेंट के लिए उपलब्ध रहने से प्लेयर्स का कॉन्फिडेंस बढ़ेगा।"
जब टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हुआ तो एक खबर काफी बड़ी बन गई और वो खबर थी एम एस धोनी का मेंटर बनना। ये देखकर हर कोई हैरान था तो साथ में खुश भी था।
वहीं कपिल देव जैसे पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि एम एस धोनी के ड्रेसिंग रूम में होने से टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि ये काफी अच्छी बात है कि उनके जैसा दिग्गज खिलाड़ी टीम के साथ वापस जुड़ गया है। लेकिन मेरा हमेशा से यही मानना है कि एक क्रिकेटर को अपने संन्यास के 3-4 साल बाद ही टीम के साथ जुड़ना चाहिए। शायद धोनी के साथ स्पेशल मामला है क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप आ रहा है।