पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने राजकोट टेस्ट मैच में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान भारतीय गेंदबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद मजबूत बयान दिया है। शुक्रवार को ESPNCricinfo को एक साक्षात्कार देते हुए गांगुली ने कहा कि हर बार स्पिनरों पर निर्भर रहने के बजाय भारतीय तेज गेंदबाजों को भी अपनी ज़िम्मेदारी समझनी होगी। उन्होने कहा कि तेज गेंदबाजों को नई गेंद के साथ शुरुआती भूमिका अच्छी तरह निभानी होगी। गांगुली ने कहा कि पहले दिन राजकोट जैसी पिच पर तेज गेंदबाजों को अपना प्रदर्शन दिखाना चाहिए था। इसलिए मैं कहता हूँ कि भारत में अच्छी पिचों पर खेलने से आपको देश से बाहर खेलने के लिए सीखने में आसानी होगी। 44 वर्षीय गांगुली ने कहा "ईशांत, उमेश यादव और मोहम्म्द शामी को अपने खेल को उच्च स्तर पर ले जाना होगा। उन्हें हर बार स्पिनर्स से विकेट मिलने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।" उन्होने कहा कि हमने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 4 टेस्ट मैच खेले लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अगर भारत अच्छे पिचों पर पाँच टेस्ट मैच खेलता है और कोच अनिल कुंबले पहले दिन 3 विकेट लेने के लिए ईशांत, यादव और शामी को लेते हैं तो भारत एक अच्छी टीम होगी। ESPNCricinfo से बातचीत में गांगुली ने आगे कहा कि आप एक सपाट पिच पर अश्विन और जड़ेजा से पाँच विकेट की उम्मीद नहीं कर सकते। वे ऐसा एक, या दो बार तो कर सकते हैं लेकिन हर बार ऐसा करना संभव नहीं है। गांगुली ने कहा "वे इस बात से खुश हैं कि राजकोट की पिच वैसी नहीं है जो पिछले कुछ समय से भारत में देखने को मिल रही है। राजकोट की पिच ने भारतीय खिलाड़ियों को खुद में सुधार लाने का एक मौका दिया है।" गांगुली ने बातचीत में आगे कहा कि मैं खुश हूँ कि चीजें धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। टेस्ट मैच 3 दिन में नहीं बल्कि 5 दिन में जीतना चाहिए। आपको बता दें कि न्यूजीलैंड जब भारत में खेल रही थी उस सीरीज के दौरान भी भारतीय टीम ने मैचों को 3 दिन में ही केएचटीएमकर दिया था। मौजूदा राजकोट टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने अच्छे खेल का प्रदर्शन किया जिसकी बदौलत स्कोर 537 रन तक पहुँच गया।