पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने क्रिकेट को बढ़ावा देकर ग्राउंड लेवल पर ले जाने और युवा खिलाड़ियों के सपनों को नए पंख देने के लिए एक शानदार पहल की है। उन्होंने कोलकाता में अपना एक स्कूल खोला है जिसमें क्रिकेट की कोचिंग मिलेगी। इस स्कूल का नाम सौरव गांगुली फाउंडेशन और क्रिकेट स्कूल है, यह 'पिच विजन' द्वारा सशक्त होगा। गांगुली ने महसूस किया कि स्कूलों में खेलों को अधिक महत्व नहीं दिया जाता, और भारत की सभी स्कूलों के सिलेबस में खेल को रखने का महत्व बताया। बांए हाथ के पूर्व खब्बू बल्लेबाज ने कहा "फाउंडेशन का लक्ष्य सभी स्कूलों के साथ मिलकर बच्चों को अवसर प्रदान करना है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि स्कूलों के साथ बैठकर ऐसा कार्यक्रम बनाएँ जो सिर्फ अध्ययन तक ही सीमित न हो बल्कि इसमें खेल को भी उचित मात्र में सम्मिलित किया जा सके।" पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार "पिच विजन के द्वारा हम पश्चिम बंगाल में क्रिकेट को अगले स्तर पर ले जाएंगे। हमसे जुड़ी हुई अलग-अलग स्कूलों के बच्चों को प्रशिक्षण देने के लिए 100 से 150 कोच नियुक्त करेगे। आर्थिक रूप से कमजोर क्रिकेटरों को मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाएगी।" इस कार्यक्रम के बारे में उन्होंने ट्वीट भी किया:
Launched the foundation to take cricket to remotest part of WestBengal pic.twitter.com/cgdUzXLPer
— Sourav Ganguly (@SGanguly99) December 14, 2016
दादा के नाम से मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान ने 2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया, तब से उन्होंने खुद को अलग-अलग प्रबंधन कार्यों में व्यस्त रखा। वे अभी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं, इसके अलावा वे बोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे, जिसने भारतीय टीम के मुख्य कोच के रूप में अनिल कुंबले को चुना। 2015 में बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के देहावसान के बाद से गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी भी निभा रहे हैं। गौरतलब है कि गांगुली का नाम भारत के श्रेष्ठ कप्तानों में गिना जाता है। उन्होंने भारत जी तरफ से 49 टेस्ट और 146 वन-डे मैचों टीम का नेतृत्व किया।
