पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) का अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव लड़ने को तैयार हैं। दादा ने हाल ही में बीसीसीआई अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल पूरा किया है। अगर खबरों पर विश्वास किया जाए, तो 1983 विश्व कप विजेता रोजर बिन्नी गांगुली की जगह ले सकते हैं।
इससे पहले भी गांगुली बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। बीसीसीआई हेड के रूप में काम करने के लिए गांगुली ने बंगाल क्रिकेट संघ छोड़ दिया था। उनके बाद अविषेक डालमिया ने पद ग्रहण किया था। 3 साल से वह बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं। दादा ने साल 2015 से 2019 तक CAB अध्यक्ष के रूप में काम किया था। बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के बाद दादा ने कहा था कि वह क्रिकेट में योगदान के लिए काम करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि ये आप जीवन में जो कुछ भी करते हैं। मैं सभी से कहता रहता हूं कि सबसे अच्छे दिन वे थे जब आप अपने देश के लिए खेले थे। मैंने उसके बाद बहुत कुछ देखा है, मैं कैब का अध्यक्ष रहा हूं, मैं बीसीसीआई का अध्यक्ष रहा हूं और मैं भविष्य में और बड़े काम करता रहूंगा, लेकिन वे 15 साल मेरे जीवन के सबसे अच्छे दिन होंगे।
गौरतलब है कि बोर्ड अध्यक्ष रहते हुए गांगुली ने खिलाड़ियों के लिए अच्छा काम किया। घरेलू क्रिकेट के खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाना इसमें अहम निर्णय था। देखना होगा कि बंगाल क्रिकेट संघ से वह एक बार फिर से जुड़ते हैं या नहीं।
इससे पहले खबरें आई थी कि गांगुली ने खटास के साथ बीसीसीआई में अपना पद छोड़ा है। हालांकि अरुण धूमल ने उन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि दादा ने अच्छे रिश्तों के साथ बोर्ड को छोड़ा है। खटास जैसी कोई बात नहीं है। सभी ने दादा से अच्छी तरह बर्ताव किया।