अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) काफी समय से भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हैं। हालाँकि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से केएल राहुल बाहर हुए, तो उम्मीद थी कि साहा को बैकअप के रूप में शामिल किया जा सकता है लेकिन चयनकर्ताओं ने इशान किशन पर भरोसा दिखाया। वहीं केएस भरत पहले ही स्क्वाड का हिस्सा थे।
चोटिल ऋषभ पंत अगर फिट होते तो विकेटकीपर की भूमिका के लिए भारत के प्राथमिक विकल्प होते लेकिन ऐसा लगता है कि टीम 38 वर्षीय साहा से आगे बढ़ गई है। इस विकेटकीपर बल्लेबाज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भी नहीं चुना गया था। साहा को पिछले साल फरवरी में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान टीम से ड्रॉप कर दिया गया था और तब से ही वह बाहर चल रहे हैं।
यह चयनकर्ताओं का फैसला है - सौरव गांगुली
ऋद्धिमान साहा के चयन के सम्बन्ध में पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भी अपनी राय दी और कहा कि यह पूरी तरह से चयनकर्ताओं का फैसला है। इंडिया टीवी से गांगुली ने कहा,
अगर उन्हें मौका मिलता है तो मुझे खुशी होगी। यह चयनकर्ताओं का फैसला है। जब भारत ने हाल ही में टेस्ट सीरीज (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) जीती थी, तब केएस भरत थे। रिद्धिमान इससे पहले दो टेस्ट खेल चुके हैं। लेकिन ऋषभ पंत पहले भी वहां थे, इसलिए उन्हें मौका नहीं मिला। यह सब चयनकर्ताओं का फैसला है।
आपको बता दें कि साहा ने अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। उसके बाद 38 वर्षीय विकेटकीपर एक बैकअप विकेटकीपर विकल्प के रूप में दक्षिण अफ्रीका जरूर गए थे, लेकिन उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था। साहा ने उस दौरे पर मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के साथ हुई एक बातचीत का खुलासा भी किया था। साहा के मुताबिक द्रविड़ ने उनसे साउथ अफ्रीका दौरे पर कहा था कि, टीम मैनेजमेंट उनकी जगह युवा विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत को बैकअप विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर बढ़ाने और मौका देने पर विचार कर रही है और भविष्य में उनके नाम पर विचार नहीं किया जायेगा।