भारतीय ऑल राउंडर स्टुअर्ट बिन्नी (Stuart Binny) ने हर तरह के क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने भारतीय टीम (Indian Team) के लिए तीनों प्रारूप में कुल 23 मुकाबले खेले थे। लम्बे समय से टीम में शामिल नहीं हो पा रहे बिन्नी ने आख़िरकार अपना सफर यहीं समाप्त करने का निर्णय लिया। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने कर्नाटक क्रिकेट के लिए स्टुअर्ट बिन्नी के योगदान को लेकर प्रतिक्रिया दी।
बीसीसीआई की एक प्रेस रिलीज के अनुसार सौरव गांगुली ने कहा कि मैं स्टुअर्ट बिन्नी को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं। उनका लंबा करियर रहा है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट एक अच्छे अंतरराष्ट्रीय ढांचे का आधार है और इसमें स्टुअर्ट का बहुत बड़ा योगदान रहा है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के लिए उनका योगदान स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। मैं उनके जीवन में सफलता की कामना करता हूं।
बोर्ड के सेक्रेटरी जय शाह ने कहा कि बिन्नी भारतीय क्रिकेट के एक सच्चे सेवक रहे हैं और घरेलू सर्किट में भी उनका काफी योगदान रहा है। उनका समपर्ण और ईमानदारी कई नए खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा होगी। मैं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
संन्यास के बाद स्टुअर्ट बिन्नी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण ज्यादा क्रिकेट नहीं हो पा रहा था। एक प्रोफेशनल क्रिकेटर के लिए खेलते रहना और अभ्यास करना अहम होता है। ऐसे में दो सालों से खेल नहीं पा रहा था। इसके अलावा उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि धोनी ने मुझे टेस्ट डेब्यू पर कैप दी थी और यह मेरे करियर का सबसे अहम पल रहेगा। धोनी ने मुझे कहा था कि वह मेरा पूरा सपोर्ट करते हैं, मैं मैदान पर जाकर खुद को एक्सप्रेस करूँ।
उल्लेखनीय है कि बिन्नी भारतीय टीम के अलावा आईपीएल में भी कुछ टीमों की तरफ से खेले हैं। घरेलू क्रिकेट में उनका बड़ा नाम था और उनकी ऑलराउंड क्षमता किसी से छुपी नहीं थी। बांग्लादेश के खिलाफ वनडे में उनके 6 विकेट कौन भूल सकता है। टीम इंडिया ने उस मैच में 105 रनों का स्कोर डिफेंड किया था।