भारतीय टीम (Indian Team) के पूर्व कप्तान और वर्तमान में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने 20 जून 1996 को टेस्ट डेब्यू किया था और उन्होंने शतक जड़ा था। राहुल द्रविड़ ने भी उनके साथ उसी मैच में डेब्यू किया था और उनके बल्ले से 95 रन आए। सौरव गांगुली ने उस मैच की बात करते हुए कहा कि मुझे अब भी सब कुछ याद है।
सौरव गांगुली ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि उस समय को 25 साल का समय हो गया है लेकिन मुझे हर बॉल याद है। दादा ने कहा कि मैंने शुरुआत कौन से गेंदबाज के खिलाफ की और किस गेंदबाज को चौके मारे, कहाँ से शॉट सीमा रेखा से बाहर गए, वह सब कुछ मुझे याद है। दादा ने कहा कि पहला टेस्ट शतक खास होता है और मुझे यह याद है।
ड्रेसिंग रूम को लेकर गांगुली का बयान
सौरव गांगुली ने कहा कि मैं चाय के बाद ड्रेसिंग रूम में गया और बल्ले का हैंडल हिला हुआ था इसलिए टैप लगा रहा था। सचिन तेंदुलकर ने मेरे पास आकर कहा कि आप थोड़ा आराम कर लो, मैं यह काम कर देता हूँ। इसके अलावा द्रविड़ भी उस मैच में मेरे साथ डेब्यू कर रहे थे, उन्होंने भी बेहतर खेला और 95 रन बनाए।
उल्लेखनीय है कि सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू करते हुए 131 रन बनाए थे। शनिवार के दिन उनका शतक बना था और लॉर्ड्स में दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में सौरव गांगुली का शतक आया था। दुर्भाग्य से राहुल द्रविड़ ऐसा नहीं कर पाए और वह शतक से पांच रन पहले आउट हो गए थे। इन दोनों के बेहतरीन खेल के कारण भारत ने पहली पारी में 429 रन बनाए थे और मैच में भी दादा और द्रविड़ ही भारत के टॉप स्कोरर रहे थे।