भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने स्वीकार किया कि बायो बबल में जीवन पूरी तरह से अलग हो सकता है और इससे क्रिकेटरों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। गांगुली ने कहा कि सख्त बायो बबल के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होना महत्वपूर्ण है।
मंगलवार को एक वर्चुअल प्रचार कार्यक्रम में बोलते हुए गांगुली ने कहा कि विदेशी क्रिकेटरों की तुलना में भारतीय खिलाड़ी बायो बबल की कठोरता के प्रति अधिक सहनशील हैं। उन्होंने कहा कि पिछले छह-सात महीनों में बायो बबल में इतना क्रिकेट चल रहा है कि यह बहुत कठिन है।
सौरव गांगुली का पूरा बयान
दादा ने कहा कि होटल के कमरे से ज़मीन पर जाने के लिए दबाव को सँभालें और वापस कमरे में आ जाएँ और फिर से वापस ज़मीन पर पहुँच जाएँ, यह बिलकुल अलग जीवन है। गांगुली ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम का उदाहरण दिया, जिन्होंने अपने घर में भारत से हार के बाद दक्षिण अफ्रीका के दौरे से कदम पीछे खींच लिया।
गौरतलब है कि आईपीएल 2021 भारत के 6 शहरों में सख्त बायो बबल माहौल में खेला जाएगा क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने देश में कोविड 19 के बढ़ते मामलों के बावजूद टूर्नामेंट की मेजबानी करने का फैसला किया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड एसओपी के साथ आया है कि टीमों को संकट के समय में कड़ाई से कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए।
दो महीने तक चलने वाले आईपीएल के लिए बीसीसीआई ने तैयारियां भी काफी अच्छी तरह की है। दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं दी गई है और मैच बंद दरवाजों के बीच ही खेले जाएंगे। हालांकि कोरोना के केस देश में काफी ज्यादा बढ़ रहे हैं लेकिन बोर्ड ने इससे निपटने के लिए बेहतर तैयारी की है।