भारतीय टीम (Indian Team) के हेड कोच के रूप में रवि शास्त्री का कार्यकाल काफी अच्छा रहा था। उनके बाद राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने यह पद संभाला। दोनों के कार्य करने के तरीके और तुलना को लेकर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने बयान दिया है। गांगुली ने दोनों को ही एक-दूसरे से अलग बताया।
टी20 विश्व कप में भारत के जल्दी बाहर होने के बाद मुख्य कोच के रूप में शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो गया था, जिसके बाद द्रविड़ ने राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका छोड़ हेड कोच का पद संभाला। शास्त्री के कार्यकाल में एक टेस्ट राष्ट्र के रूप में भारतीय टीम काफी ताकत के साथ ऊपर आई। हालांकि आईसीसी इवेंट में टीम इंडिया को जीत दर्ज करने का मौका नहीं मिला।
पीटीआई के मुताबिक द्रविड़ और शास्त्री में तुलना को लेकर गांगुली ने कहा कि वे अलग-अलग व्यक्तित्व वाले अलग-अलग लोग हैं। एक हर समय आपके पास है जो उनकी ताकत है जबकि दूसरा सबसे महान में से एक होने के बावजूद चुपचाप अपना काम करेगा। गांगुली ने यह भी कहा कि द्रविड़ अपने खेल के दिनों की तरह अब भी प्रखर सतर्क और पेशेवर हैं।
इसके अलावा गांगुली ने द्रविड़ को लेकर कहा कि फर्क सिर्फ इतना ही है कि द्रविड़ को अब नम्बर तीन पर बल्लेबाजी करने की आवश्यकता नहीं है। मुझे लगता है कि तेज गेंदबाजों का सामना करना मुश्किल काम था।
गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ के आने के बाद भारतीय टीम में कप्तान भी बदले हैं। रोहित शर्मा अब तीनों प्रारूप में टीम इंडिया के कप्तान हैं। विराट कोहली बतौर खिलाड़ी खेल रहे हैं। कोहली ने टी20 वर्ल्ड कप के बाद सबसे छोटे प्रारूप में कप्तान नहीं रहने का निर्णय लिया था। इसके बाद चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा को सफेद गेंद क्रिकेट में कप्तान बनाया। कोहली ने बाद में टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी और रोहित शर्मा को चयन समिति ने यह जिम्मेदारी भी दे दी।