बीसीसीआई प्रेसिडेंट और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) के संन्यास को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। सौरव गांगुली ने हरभजन सिंह को उनके शानदार करियर के लिए बधाई दी है और साथ ही में उन्होंने 2001 के ऐतिहासिक सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी घातक गेंदबाजी को याद किया है।
लम्बे समय तक भारतीय टीम की तरफ से खेलने के बाद आख़िरकार अब हरभजन सिंह ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। हरभजन सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट करते हुए इस बारे में जानकारी दी है। हरभजन ने कहा कि 23 साल का सफर खत्म हुआ, अब खेल को अलिवदा।अपने यूट्यूब चैनल पर लाइव आकर हरभजन सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक को यादगार बताया।
हरभजन सिंह एक मैच विनर खिलाड़ी थे - सौरव गांगुली
सौरव गांगुली ने भी उनकी इसी जबरदस्त गेंदबाजी का जिक्र किया है। बीसीसीआई द्वारा जारी एक बयान में सौरव गांगुली ने कहा,
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में उनकी पहली पूर्ण रूप से टेस्ट सीरीज काफी शानदार थी। मैंने पहली बार किसी गेंदबाज को अकेले दम पर पूरी सीरीज जिताते हुए देखा था। वो कप्तान के लिए एक बहुत ही जबरदस्त गेंदबाज थे। वो एक जबरदस्त मैच विनर थे और उन्होंने जो कुछ भी हासिल किया उस पर उन्हें गर्व होना चाहिए।
आपको बता दें कि हरभजन सिंह ने 2001 की टेस्ट सीरीज में तीन मैचों में कुल 32 विकेट चटकाए थे और इस दौरान हैट्रिक भी लिया था। भज्जी ने भारतीय टीम के लिए 103 मुकाबलों में 417 विकेट अपने नाम किये। इसके अलावा एकदिवसीय क्रिकेट में 236 मैचों में उन्होंने 269 विकेट अपने नाम किये। टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हरभजन सिंह ने 28 मुकाबले खेलकर 25 विकेट अपने नाम किये। टेस्ट क्रिकेट में भज्जी ने 2 शतकीय पारियां भी खेली हैं।