पूर्व भारतीय (India Cricket team) कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का बीसीसीआई (BCCI) में कार्यकाल समाप्त हो गया। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रोजर बिन्नी (Roger Binny) ने बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में सौरव गांगुली की जगह ली। खबरें आईं कि सौरव गांगुली कैब अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने इसमें हिस्सा लेने से मना कर दिया।
सौरव गांगुली ने खुलासा किया कि वो एटीके मोहन बगान के निदेशक के रूप में वापसी करेंगे और साथ ही कहा कि आईएसएल क्लब के लिए खेलते समय की उनकी काफी यादें हैं।
गांगुली ने अक्टूबर 2021 में संजीव गोयनका के मालिकाना हक वाले आईएसएल क्लब एटीके मोहन बगान के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दिया था। 2014 में इंडियन सुपर लीग की शुरूआत से गांगुली एटलेटिको-कोलकाता का हिस्सा रहे हैं। क्लब पहले केवल एटीके के नाम से जाना जाता था और फिर यह मोहन बगान की विरासत से जुड़ा।
गांगुली ने कहा, 'मैं एटीके मोहन बगान का हिस्सा रहा हूं। मैं एटीके मोहन बगान के निदेशक के रूप में लौटूंगा। मैं साल भूल गया। मैं मोहन बगान क्लब में दाखिल होकर थोड़ा पुरानी यादों में खो गया। इसका इंफ्रास्ट्रक्चर, इसका मैदान, शानदार है। मैंने इस क्लब के लिए कई साल खेला है। मैंने करीब 9 साल इसके लिए खेला। मैं मोहन बगान क्लब के बदलाव से अचंभित हूं। हर चीज बहुत अलग हो चुकी है।'
सौरव गांगुली ने साथ ही बताया कि वो 29 अक्टूबर को आईएसएल में कोलकाता फुटबॉल डर्बी मैच के साक्षी बनेंगे। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, 'इसके अलावा, मैं एटीके मोहन बगान से जुड़ा हुआ था। 29 अक्टूबर को एटीके मोहन बगान और ईमामी ईस्ट बंगाल के बीच मैच देखूंगा। मैं फीफा वर्ल्ड कप का साक्षी भी बनूंगा। मैंने क्रिकेट खेला, लेकिन फुटबॉल के लिए अलग लगाव है।'
सौरव गांगुली से जब नए एआईएफएफ अध्यक्ष के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया, 'फुटबॉल तो फुटबॉल है। भारतीय फुटबॉल में आईएसएल के साथ पेशेवर अंदाज आया है। फुटबॉल आगामी दिनों में राजस्व जरूर बनाएगा। हमारे पास सुनील छेत्री जैसे काफी बड़े फुटबॉलर्स हैं। एआईएफएफ अध्यक्ष फुटबॉलर है। यह अच्छा है। मुझे उम्मीद है कि वो अच्छा काम करेंगे।'