#4. राहुल द्रविड़ और हरभजन सिंह
राहुल द्रविड़ भारत के महानतम बल्लेबाजों में से एक हैं और उन्होंने 2003 विश्व कप में 63.60 के शानदार औसत से 318 रन बनाए थे। भारतीय बल्लेबाज़ी की रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले द्रविड़ ने अनेकों बार विकट परिस्थितियों में टीम को हार के मुँह से निकालकर जीत दिलाई है, खासकर विदेशी परिस्थितियों में।
उन्होंने सभी प्रारूपों में भारत के लिए 25000 के करीब रन बनाए हैं और 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। फिलहाल, वह भारत U-19 और भारत 'ए' टीम के मुख्य कोच हैं।
उनके मार्गदर्शन की वजह से ही भारत को ऋषभ पंत और पृथ्वी शॉ जैसे कुछ बेहतरीन युवा बल्लेबाज़ मिले हैं जो भविष्य में भारतीय टीम को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।
वहीं हरभजन सिंह क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक हैं। उन्होंने 2003 विश्व कप के दौरान 11 विकेट लिए थे। अपने करियर में, पंजाब रणजी टीम के कप्तान ने सभी प्रारूपों में रिकॉर्ड 786 अंतर्राष्ट्रीय विकेट लिए हैं।
भज्जी आखिरी बार 2015 में भारत के लिए खेले थे। पूर्व भारतीय स्पिनर वर्तमान में आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे हैं और क्रिकेट कमेंट्री भी कर रहे हैं।