पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ा था। इंग्लैंड के खिलाफ आज ही के दिन डेब्यू टेस्ट में सौरव गांगुली ने शतकीय पारी खेली थी। सौरव गांगुली ने वनडे क्रिकेट में डेब्यू 1992 में किया था लेकिन टेस्ट क्रिकेट में आने के लिए उन्हें इन्तजार करना पड़ा। टेस्ट क्रिकेट में आते ही सौरव गांगुली ने धमाकेदार पारी खेलते हुए चयन को सार्थक कर दिया था।
लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में सौरव गांगुली को नवजोत सिद्धू की जगह मौका मिला था। तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए आए सौरव गांगुली अपना विकेट बचाने में कामयाब रहे और खराब गेंदों को बाउंड्री से बाहर भेजते रहे। इस तरह उन्होंने धाकड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 131 रन की पारी खेली।
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सौरव गांगुली के साथ थे राहुल द्रविड़
लॉर्ड्स के मैदान पर डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने सौरव गांगुली के साथ राहुल द्रविड़ भी खेल रहे थे। राहुल द्रविड़ भी उसी मैच से अपना डेब्यू कर रहे थे। हालांकि द्रविड़ शतक जड़कर कीर्तिमान बनाने से चूक गए थे। उन्होंने उस समय 95 रन की पारी खेली थी। दोनों भारतीयों ने इंग्लैंड के गेंदबाजों की जमकर धुनाई की थी। मैच का कोई नतीजा नहीं निकला और यह ड्रॉ रहा था।
सौरव गांगुली का वनडे करियर टेस्ट से ज्यादा बेहतरीन रहा है। उन्होंने अपने वनडे करियर में 11 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 7 हजार से ज्यादा रन अपने नाम किये हैं। कप्तानी में भी सौरव गांगुली ने अपने आक्रामक अंदाज दिखाए जिसे दुनिया में काफी पसंद किया गया। लीडरशिप के गुण सौरव गांगुली में हमेशा देखे गए थे। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम चैम्पियंस ट्रॉफी में संयुक्त विजेता रही और वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची। इसके अलावा के बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बनने के बाद बीसीसीआई के अध्यक्ष भी बने। अब सौरव गांगुली को आईसीसी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग भी उठ रही है।
डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ना हर खिलाड़ी के लिए एक यादगार लम्हा बन जाता है और सौरव गांगुली ऐसा करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं। भारतीय दर्शक आज भी उनके आक्रामक तेवरों को याद करते हैं।