सौरव गांगुली की बेहतरीन कप्तानी के लिए पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी ने मोहम्मद अजहरुद्दीन को श्रेय दिया है। सौरव गांगुली भारतीय टीम को नई ऊँचाइयों पर लेकर गए और राशिद लतीफ ने इसके पीछे मोहम्मद अजहरुद्दीन का हाथ माना है। उन्होंने कहा कि कप्तान के रूप में सौरव गांगुली को विकसित करने में अजहरुद्दीन का हाथ रहा है।
एक यूट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा कि मैं मोहम्मद अजहरुद्दीन की इज्जत करता हूँ। उन्होंने कई सालों तक भारत की सेवा करने के बाद सौरव गांगुली जैसा खिलाड़ी दिया। कप्तान के रूप में सौरव गांगुली को विकसित करने में अजहरुद्दीन का बहुत बड़ा हाथ रहा है। सचिन और द्रविड़ जैसे दिग्गज गांगुली की कप्तानी में खेले।
यह भी पढ़ें:आईपीएल इतिहास की 3 सबसे तेज गेंद फेंकने वाले गेंदबाज
सौरव गांगुली अजहर की कप्तानी में खेले
सौरव गांगुली ने अपना वनडे और टेस्ट डेब्यू अजहरुद्दीन की कप्तानी में ही किया है। 12 टेस्ट और 53 वनडे सहित कुल 65 मुकाबले उन्होंने अजहरुद्दीन की कप्तानी में खेले। हालांकि कप्तान वह 2000 में हुए मैच फिक्सिंग काण्ड के बाद बने थे। उसके बाद गांगुली के साथ एक युवा टीम थी और उनके लिए टीम को आगे लेकर जाने की बड़ी चुनौती भी थी।
सौरव गांगुली ने युवा टीम के दम पर ही काफी बेहतर प्रदर्शन किया। सचिन और द्रविड़ दो सीनियर खिलाड़ी थे। अन्य खिलाड़ियों को बनाने का श्रेय सौरव गांगुली को मिलना चाहिए। भारतीय टीम को विदेशी धरती पर जीतना गांगुली ने ही सिखाया था।
सौरव गांगुली के कप्तान बनने के तीन साल बाद टीम ने 2003 वर्ल्ड कप में फाइनल तक कका सफर तय किया था। इससे पहले टीम 2002 में चैम्पियंस ट्रॉफी के दौरान श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता भी बनी थी। सौरव गांगुली ने ही वीरेंदर सहवाग को बतौर ओपनर ऊपर खेलने के लिए भेजना शुरू किया और आगे चलकर वह एक महान खिलाड़ी बनकर निकले। सौरव गांगुली कड़े फैसलों के लिए जाने जाते थे।