ESPNCricinfo के अनुसार 2018 सीजन के लिए इंग्लिश काउंटी टीमों की नज़रें दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज तेज़ गेंदबाज मोर्ने मोर्कल के ऊपर है। ऐसे आसार हैं कि तीन काउंटी टीमें मोर्कल को शामिल करने के लिए उत्सुक हैं और इसमें वॉरविकशायर का नाम सामने आया है। इसके अलावा लंदन की एक क्लब ने मोर्कल से बात भी कर ली है और मोर्कल ने इस बात से इनकार भी नहीं किया है। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में कोलपैक कॉन्ट्रैक्ट के कारण दक्षिण अफ्रीका अपने अहम खिलाड़ियों को गँवा चुका है। इसमें काइल एबोट और राइली रूसो का नाम प्रमुख है। जनवरी में ये दोनों दक्षिण अफ्रीका को छोड़कर हैम्पशायर चले गए थे। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट खेल चुके साइमन हार्मर और उनके साथ हारडस विलजोएन भी इंग्लैंड जा चुके हैं। इस स्थिति में मोर्ने मोर्कल के जाने से दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को बहुत बड़ा झटका लगेगा। मोर्कल पिछले कुछ समय से चोटिल होने के कारण टीम से बाहर रहे थे और काफी समय बाद वापसी की थी। इसके अलावा मोर्कल की उम्र भी उन्हें ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय खेलने का मौका नहीं देगी और इसलिए हो सकता है कि मोर्कल कोलपैक के तहत इंग्लैंड चले जाएँ। अगर मोर्कल अब चोटिल होकर बाहर होते हैं तो उनका दक्षिण अफ़्रीकी टीम में लौटना काफी मुश्किल हो जाएगा। हालांकि अगर मोर्कल इंग्लैंड जाते हैं, तो उनका भविष्य सुरक्षित हो जाएगा। इसके अलावा ये भी खबरें हैं कि कोलपैक कॉन्ट्रैक्ट बहुत जल्द खत्म होने वाले हैं और इसके तहत यूके में खिलाड़ियों के खेलने पर रोक लग सकती है। वैसे मोर्ने मोर्कल ने इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की हालिया टेस्ट सीरीज में शानदार गेंदबाजी की थी और 19 विकेट लेने के कारण उन्हें मैन ऑफ़ द सीरीज भी चुना गया था। हालांकि दक्षिण अफ्रीका सीरीज 1-3 से हार गई थी, लेकिन मोर्कल का फॉर्म में आना टीम के लिए बड़ी राहत की बात थी। ऐसे में अगर मोर्कल इंग्लैंड चले गए तो फिर दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाजी आक्रमण काफी कमज़ोर पड़ जाएगा।