केपटाउन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए भारत को दूसरी पारी में 135 रनों पर आउट कर 72 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इस पराजय के बाद फैन्स को निराशा हुई और क्रिकेट जगत में भी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली। मैच के बाद मैदान और मैदान से बाहर के बयानों के बारे में हम आपको यहां बताएंगे।
विराट कोहली ने कहा कि हमने पहली पारी में अपना मौका बना लिया था और उन्हें 220 रनों तक आउट कर सकते थे। हम ऐसी टीम नहीं है जो यह सोचे कि सब मुश्किल है। हम सोच रहे थे कि अगर वे अच्छा खेले तो 250 या 275 रन बनाएंगे। हमें किसी के 75-80 रनों की जरूरत थी। गेंदबाजों ने तेजी से सीखा और हम भी बेहतर कर सकते थे। घर से बाहर आने के बाद दिमाग सही रखना जरुरी होता है हार्दिक पांड्या अच्छा कर रहे हैं और खुद की सोच घर से बाहर होने की तरह बनाकर रखी है।
वर्नन फिलैंडर ने कहा कि पहले दिन थोड़ा धीमे रहे और 286 रनों तक पहुंचना अच्छा था। इससे सही आप क्या देख सकते हो। हर समय आपके आस तारीफ के लिए एक गेंदबाज होता है। ब्रेक के बाद मैं चाहता था कि डेल स्टेन जितना जल्दी हो सके वापस आए
फाफ डू प्लेसी ने कहा कि प्रत्येक समय हमें मुश्किल से गुजरना पड़ा, हम वापस खड़े हुए। आज भी भारत की अच्छी शुरुआत के बाद हम अपनी योजना में कामयाब रहे। हमारा प्लान 250 रन बनाकर 350 रनों का लक्ष्य देना था। हम वापस आए तो पिच हरी थी और पहले दिन की तरह नजर आ रही थी। तीन मैचों की सीरीज में विपक्षी टीम को दबाव में लाना शानदार है।
(इरफ़ान पठान ने फिलैंडर की तारीफ में कहा कि लोग गति और उछाल की बात करते हैं लेकिन इस व्यक्ति ने गति नहीं होने के बाद भी यह कर दिखाया, भारत को अगले मैच के लिए शुभकामनाएं)
(हर्षा भोगले ने कहा कि भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजों के लिए यह ज्यादा ही था, इससे पता चलता है कि टेस्ट क्रिकेट में परिस्थितियां राजा होती है)