भारत ने छठे एकदिवसीय मैच में दक्षिण अफ्रीका को 8 विकेट से हरा दिया और इस जीत के साथ ही 6 मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला 5-1 से अपने नाम कर ली। विराट कोहली ने अपने वनडे करियर का 35वां शतक जड़ा और सीरीज में 3 शतकों की मदद से कुल मिलाकर 558 रन बनाए। उनको मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। कोहली ने इस सीरीज में कई रिकॉर्ड तोड़े। दूसरी तरफ भारत के स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने कुल मिलाकर 33 विकेट लिए। इन बेहतरीन प्रदर्शनों की वजह से भारत ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस सीरीज के बाद कुछ जबरदस्त आंकड़े बने, आइए डालते हैं उन्हीं आंकड़ों पर एक नजर। 1.एक वनडे सीरीज में दक्षिण अफ्रीका को 4 बार आल आउट करने वाली भारत पहली टीम बन गई है। भारत ने दूसरे वनडे में दक्षिण अफ्रीका को 118, तीसरे वनडे में 179, पांचवे वनडे में 201 और छठे वनडे में 204 रनों पर आल आउट किया। 2. 2004/5 के बाद ये पहली बार है जब किसी द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका ने 50 से ज्यादा विकेट गंवाए हो। इससे पहले 2004/05 की सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 53 विकेट खोए थे। 3. एक द्विपक्षीय श्रृंखला में 500 रन बनाने वाले विराट कोहली पहले बल्लेबाज बन गए हैं। 4. सचिन तेंदुलकर के बाद किसी एकदिवसीय श्रृंखला या टूर्नामेंट में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। 5. एक कप्तान के तौर पर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में विराट कोहली (13 शतक) दूसरे नंबर पर आ गए हैं। 6. ये दूसरी बार है जब दक्षिण अफ्रीका को अपने घर में द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला में 5 मैचो में हार मिली है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 2001/02 में उसे 5 मैचो में हराया था। 7. ये विराट कोहली का 28वां मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड था। इस मामले में उनसे आगे अब सिर्फ दो ही भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली हैं। 8.एक कैलेंडर साल में 500 रन पूरे करने के लिए कोहली को महज 47 दिन लगे। इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने 2003 में 69 दिनों में 500 रन पूरे किए थे। 9. विराट कोहली ने इस मैच में अपना 100वां एकदिवसीय कैच भी पकड़ा। 10. कुलदीप यादव ने सीरीज में कुल मिलाकर 33 विकेट लिए और दक्षिण अफ्रीका में किसी द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला में ये संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। 11. कुलदीप और चहल की जोड़ी ने सीरीज में कुल मिलाकर 33 विकेट चटकाए और घर से बाहर द्विपक्षीय वनडे श्रृंखला में ये स्पिनरों द्वारा किया गया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।